अहमदाबाद: गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को अहमदाबाद में एक विशेष शिविर में 56 पाकिस्तानी अल्पसंख्यक नागरिकों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपे. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 2017 और 2024 के बीच, नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत अहमदाबाद में कुल 1,223 शरणार्थियों को नागरिकता प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं.
इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए संघवी ने कहा कि भले ही आपका जन्म पाकिस्तान में हुआ हो, लेकिन आज से आपकी कर्मभूमि भारत है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से पलायन करने वाले कई अल्पसंख्यक परिवारों ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की है और भारत के विकास में योगदान दिया है. उनके बच्चे उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं.
गृह राज्य मंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान से आए हिंदू परिवारों को एक नई पहचान देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर काम किया है. नागरिकता प्राप्त करने वाले कुछ लोगों ने कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान सभी ने सरकार के प्रति अपना आभार जताया.
यह भी पढ़ें: ‘कुछ ताकतें भारत की प्रगति को पचा नहीं पा रहीं…हमें साथ आना होगा’, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान
पाकिस्तान में जन्मी हिशा कुमारी भारत में बनी डॉक्टर
CAA के तहत नागरिकता पाने वाले 56 पाकिस्तानी नागरिकों में से एक डॉ हिशा कुमारी भी हैं. हिशा का जन्म 1998 में पाकिस्तान में हुआ था. वह अपने परिवार के साथ 2013 में भारत आई थीं. हिशा ने पाकिस्तान में 8वीं तक की पढ़ाई की थी. भारत पहुंचने पर भी हिशा के परिजनों ने उसकी पढ़ाई जारी रखी. मेहनत मजदूरी करके उन्होंने बेटी को पढ़ाया. 2017 में हिशा का एडमिशन अजमेर मेडिकल कॉलेज हुआ. अब वह एमबीबीएस की पढ़ाई कर वहां से निकल चुकी हैं. भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र मिलते ही हिशा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.