Lucknow: योगी सरकार महाकुंभ की तैयारी को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दे रही है. इसको लेकर मुख्य सचिव मनोज सिंह और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर महाकुंभ स्थल और प्रदेश के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए कई दिशा निर्देश दिए.
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि आगामी महाकुंभ में 40-45 दिन की अवधि में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इस मौके पर, सुरक्षा और सुव्यवस्था को सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने महाकुंभ स्थल के साथ-साथ काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, अयोध्या राम मंदिर और विंध्याचल के विंध्यवासिनी कॉरिडोर जैसे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा क बढ़ाए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि प्रयागराज महाकुंभ के लिए पुलिस विभाग और अन्य संबंधित विभागों को करीब 250 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं. जिनका काम तेजी से चल रहा है. सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए करीब 40,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों को आपस में तालमेल बनाए रखने का निर्देश दिया.
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डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस दौरान कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की यह अपेक्षा है कि इस महाकुंभ को एक ‘डिजिटल महाकुंभ’ के रूप में पहचाना जाए. उन्होंने बताया कि इस दिशा में काम तेजी से चल रहा है, जिसमें न केवल डिजिटल फैसिलिटेशन, बल्कि डिजिटल सिक्योरिटी को भी प्रमुखता दी जा रही है. इस बैठक में अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार, एडीजी एलओ एसटीएफ अमिताभ यश और सीआरपीएफ, आईबी, एनएसजी सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए.