New Delhi: बांग्लादेश सरकार हिंदुओं पर हमला करने वाले कट्टरपंथियों के खिलाफ सख्त हो गई है. अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने यह निर्णय भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री से मुलाकात करने और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद लिया है. भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री 9 सितंबर को एक दिवसीय बांग्लादेश के दौरै पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने वहां की अंतरिम सरकार के सामने हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने की बात कही थी.
मिस्री ने बांग्लादेश दौरे के दौरान बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और विदेश सचिव मोहम्मद जसीमुद्दीन के सामने अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों को लेकर भारत की चिंता व्यक्त की थी. इसके एक दिन बाद, बांग्लादेश पुलिस ने हिंदुओं पर हिंसा के 88 मामलों में से 70 लोगों को गिरफ्तार किया है.
बांग्लादेश के प्रेस सेक्रेटरी शफीकुल आलम ने द डेली स्टार को बताया कि यह कार्रवाई 5 अगस्त से 22 अक्टूबर के बीच हुई हिंसक घटनाओं से संबंधित है. उन्होंने यह भी बताया कि 22 अक्टूबर के बाद के मामलों के बारे में जल्द ही जानकारी साझा की जाएगी. आलम ने स्पष्ट किया कि बांग्लादेश में ऐसे हिंसक कृत्य करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी.
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हालांकि जिस प्रकार से बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हिंसा हो रही है, उसके अनुरूप यह कार्रवाई बहुत छोटी है. क्योंकि सोशल मीडिया पर हिंसा की कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पुलिस और आर्मी के लोग ही हिंदुओं पर जुर्म करते हुए दिखाई दे रहे हैं.