बेंगलुरु: देश के पूर्व विदेश मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सोमनहल्ली मल्लैया कृष्णा (एस.एम कृष्णा) का आज मंगलवार को बेंगलुरु में निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे. कृष्णा अपने राजनीतिक जीनव में 5 दर्शकों (50 वर्ष) तक सक्रिय रहे. इस दौरान उन्होंने विधायक, सांसद, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और विदेश मंत्री जैसी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. कर्नाटक के मुख्यमंत्री (1999-2004) रहते हुए उन्होंने बेंगलुरु को आईटी हब के रूप में विकसित किया. इसको लेकर वह हमेशा याद किए जाएंगे.
एसएम कृष्णा का राजनीतिक जीवन
एसएम कृष्णा 50 वर्षों तक भारत की राजनीति में सक्रिय रहे. सबसे पहले वह 1962 में कर्नाटक की मद्दौर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते. फिर वह 1968 और 1980 में लोकसभा के सदस्य चुने गए. इस दौरान उन्होंने उद्योग राज्य मंत्री और वित्त राज्य मंत्री के रूप में काम किया. हालांकि इसके बाद वह अपने गृह राज्य कर्नाटक की राजनीति में सक्रिय हो गए. इस दौरान वह 1989 से 1993 तक कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष रहे. 1992 में कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री बने.
1999 में कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को बहुमत मिला, तब एसएम कृष्णा ने 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाली. इसके बाद जब 2004 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किए गया. उन्होंने 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के गवर्नर के रूप में कार्य किया. 2009 के आम चुनावों में एक बार फिर से कांग्रेस गठबंधन को लोकसभा में बहुमत मिला. तब एसएम कृष्णा ने मनमोहन सरकार में 2009 से लेकर 2012 तक विदेश मंत्रालय को संभाला.
2017 में भाजपा में हुए थे शामिल
बतौर निर्दलीय विधायक के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले दिग्गज नेता एसएम कृष्णा प्रजा सोशलिस्ट पार्टी में रहे. इसके बाद उन्होंने करीब 4 दशकों तक कांग्रेस पार्टी के लिए कार्य किया. इस दौरान उन्होंने विदेश मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, डिप्टी सीएम जैसै कई बड़े पदों की जिम्मेदारी संभाली. हांलाकि 2017 में उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्ता से इस्तीफा देकर भाजपा में ज्वाइन कर ली. 2023 तक सामाजिक जीवन में सक्रिय रहने के बाद, उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से राजनीति से संन्यास ले लिया.
व्यक्तिगत जीवन
सोमनहल्ली मल्लैया कृष्णा (एस.एम कृष्णा) का जन्म 1 मई, 1932 को कर्नाटक के मांड्या जिले के सोमनहल्ली गांव में हुआ था. उन्होंने मैसूर के महाराजा कॉलेज से स्नातक और फिर गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की. बाद में उन्होंने दक्षिणी मेथोडिस्ट विश्वविद्यालय और जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय से पीएचडी की. उन्होंने राजनीति में आने से पहले बतौर प्रोफेसर अध्यापन कार्य भी किया. अगर कृष्णा की बात की जाए तो उनकी शादी प्रेमा कृष्णा से हुई थी. उनकी दो बेटियां मालविका कृष्णा और शांभवी कृष्णा हैं.