नई दिल्ली: भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी सोमवार को एक दिवसीय यात्रा पर बांग्लादेश पहुंचे हैं. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के अगस्त में अपदस्थ होने के बाद भारत का पहला उच्चस्तरीय दौरा है. बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन और हाल के महीनों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर बढ़ते हमलों के कारण दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव उत्पन्न हुआ है. विदेश सचिव विक्रम मिसरी इस यात्रा के दौरान, बांग्लादेश में हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हिंसक हमलों की भी चर्चा वहां की सरकार के साथ करेंगे.
Foreign Secretary Vikram Misri arrives in Dhaka to hold talks with interim government
Read @ANI Story |https://t.co/OhjJII2RGS#VikramMisri #dhaka #bangladesh pic.twitter.com/VnGiZGe8J9
— ANI Digital (@ani_digital) December 9, 2024
हमलों पर भारत ने व्यक्त की है चिंता
मिसरी बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीमुद्दीन के साथ व्यापक वार्ता करेंगे. इस दौरान वह बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश मंत्री मोहम्मद तौहीद हुसैन से भी मुलाकात करेंगे. सूत्रों के अनुसार, मिसरी हिंदुओं पर हमलों को लेकर भारत की गहरी चिंताओं को बांग्लादेश सरकार के समक्ष उठाएंगे. पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों में वृद्धि हुई है. भारत ने इन घटनाओं पर चिंता जताई है. भारत सरकार ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के संरक्षण पर जोर दिया है.
बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद सत्ता परिवर्तन
इस साल अगस्त में बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए थे. जिसके कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था. इसके बाद से बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिति में अस्थिरता आ गई थी. हसीना के भारत में शरण लेने के कुछ दिनों बाद ही मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार की बागडोर संभाली थी. इस घटनाक्रम से भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में एक नया मोड़ लिया. वर्तमान समय में दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं.
बांग्लादेश में हो रहीं हिंदू संतों की गिरफ्तारियां
पिछले कुछ हफ्तों में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों पर हमलों के साथ-साथ मंदिरों पर हमले भी हुए हैं. इसके अतिरिक्त, हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी ने दोनों देशों के बीच विवाद को और बढ़ा दिया है. इन घटनाओं ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और भेदभाव के बढ़ते मामलों को उजागर किया है, जिससे भारत ने गंभीर चिंता व्यक्त की है.
यह भी पढ़ें: बांग्लादेश में महिलाओं के खिलाफ कट्टरपंथी फतवा जारी, बाजार से नहीं खरीद सकेंगी सामान!
विदेश सचिव विक्रम मिसरी की यात्रा का उद्देश्य
विदेश सचिव विक्रम मिसरी की बांग्लादेश यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने की कोशिश करना है. बांग्लादेश में बढ़ते राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा के बीच, भारत ने यह स्पष्ट किया है कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताओं को उठाता रहेगा. इसके अलावा, मिसरी की यात्रा से भारत और बांग्लादेश के बीच आगामी मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने की उम्मीद भी जताई जा रही है, विशेषकर व्यापार, सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे मुद्दों पर.