नई दिल्ली/लखनऊ: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यूपी कांग्रेस की प्रदेश, जिला, शहर और ब्लॉक स्तर की सभी कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. यह निर्णय गुरुवार को लिया गया. माना जा रहा है अब कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व उत्तर प्रदेश में अपने संगठन को नए सिरे से खड़ा करेगा. जिससे जमीनी स्तर पर फिर से पार्टी मजबूत हो सके.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान पदाधिकारी, निवर्तमान जिलाध्यक्ष, निवर्तमान शहर अध्यक्ष, निवर्तमान ब्लॉक अध्यक्ष एवं इनकी कमेटियों के पदाधिकारी अगली नियुक्ति तक जिम्मेदारी से कार्य करते रहें। pic.twitter.com/mYMg85BNsd
— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 6, 2024
कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने एक पत्र जारी कर बताया कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उत्तर प्रदेश की कांग्रेस इकाई के पुनर्गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इस कदम से पार्टी का फोकस संगठन को फिर से सक्रिय करना और प्रदेश में अपनी खोई हुई ताकत को पुनः हासिल करना है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की स्थिति पर सवाल
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले कुछ वर्षों में निराशाजनक रहा है. 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों के साथ-साथ 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को खास सफलता नहीं मिली. यूपी उपचुनाव में भी कांग्रेस ने किसी उम्मीदवार को नहीं उतारा था. प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उप चुनाव हुए थे. यहां कांग्रेस ने सभी सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को समर्थन दिया था.
यूपी कांग्रेस को नई ऊर्जा देने की कोशिश
कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की कोशिश है कि यूपी में पुराने नेतृत्व को बदलकर और जमीनी स्तर के नेताओं को आगे लाकर नई ऊर्जा लाई जाए. उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की अगुवाई में पार्टी ने कई चुनाव लड़े, लेकिन प्रदर्शन अपेक्षित नहीं रहा. कांग्रेस अब पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए युवाओं और जमीनी नेताओं को प्रमुख स्थान देने की योजना पर काम कर रही है.
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राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का भी ध्यान
वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी प्रदेश की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. पार्टी का मानना है कि यदि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुनः स्थापित किया जाता है, तो यह राष्ट्रीय राजनीति में पार्टी की स्थिति को मजबूत कर सकता है.