लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जेल प्रशासन की लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां संभल हिंसा में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से मुलाकात कराने में मुरादाबाद जेल के जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई तब हुई जब समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता बिना जेल मैन्युअल का पालन किए आरोपियों से मुलाकात करने पहुंचे थे.
मुरादाबाद जेल प्रशासन द्वारा किए गए इस गंभीर उल्लंघन पर शासन ने तुरंत एक्शन लिया. मुरादाबाद के जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि वे बिना उचित अनुमति के आरोपियों से मुलाकात की अनुमति देने के दोषी पाए गए. समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता ने आरोपियों से मिलने जेल पहुंचे थे, जेल प्रशासन ने बिना किसी जांच या जेल के नियमों का पालन किए उन्हें मुलाकात की अनुमति दे दी.
संबंधित मामले में मुरादाबाद जेल के अधीक्षक के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की गई है. शासन ने मुरादाबाद के जिलाधिकारी से जेल अधीक्षक के खिलाफ तत्काल रिपोर्ट मांगी, जिसके बाद उन्हें और डिप्टी जेलर सस्पेंड कर दिया गया.
संभल हिंसा में कई लोग गिरफ्तार किए गए थे, जिनमें समाजवादी पार्टी से जुड़े कुछ लोग भी शामिल हैं. आरोपियों के खिलाफ मामले की सुनवाई चल रही है और इस दौरान उनकी जेल में मुलाकात को लेकर विवाद खड़ा हो गया. जेल प्रशासन की इस लापरवाही पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जेल अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया.
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मुरादाबाद प्रशासन इस मामले की जांच करेगा कि आखिर कैसे बिना उचित प्रक्रियाओं का पालन किए मुलाकात की अनुमति दी गई. क्या इसमें और भी किसी अन्य अधिकारियों की मिलीभगत थी. साथ ही, जेल मैन्युअल के उल्लंघन को लेकर और भी सख्त कदम उठाने की संभावना जताई जा रही है.