नई दिल्ली: हाल में ही संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने आज बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी सहित पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव प्रक्रिया को लेकर अपनी समस्याओं को चुनाव आयोग के सामने रखा. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने अपनी 3 प्रमुख मांगों को लेकर चुनाव आयोग के सामने बात की.
कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग के सामने जिन तीन प्रमुख सवालों को उठाया, उनमें पहला, चुनाव से पहले वोटर लिस्ट से बड़ी संख्या में नाम काटे गए. दूसरा, वोटर लिस्ट में 47 लाख नए वोटर्स किस आधार पर जोड़े गए और तीसरा, वोटिंग के बाद चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए पोलिंग डेटा में और रात 11 बजे जारी डेटा में 76 लाख वोट कैसे बढ़ गए.
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से डेटा मांगा है और इसके औचित्य पर सवाल उठाए हैं. वोटर लिस्ट में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान लगभग 47 लाख नए वोटर्स जोड़े गए हैं, जिसका आधार हमें चाहिए.
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि महाराष्ट्र की 118 विधानसभा सीटों पर विधानसभा चुनाव में लोकसभा चुनाव के मुकाबले करीब 25 हजार ज्यादा वोट पड़े हैं, जो अप्राकृतिक रूप से बढ़त का प्रतीक है. इन 118 सीटों में से 102 सीटों पर महायुति (शिवसेना, भाजपा, आरपीआई) की जीत हुई, जिससे चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है.
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चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेताओं के सवालों का जवाब दिया और कुछ कन्फ्यूजन भी दूर किया. हालांकि, कुछ सवालों के जवाब चुनाव आयोग ने लिखित रूप में देने का आश्वासन दिया. इस पर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वह चुनाव आयोग के जवाब से संतुष्ट हैं और जब तक उनके सवालों के पूर्ण समाधान नहीं हो जाते, कांग्रेस चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाती रहेगी.