प्रयागराज; विश्व के सबसे बड़े मानवीय समागम महाकुंभ में इस बार 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. सारे विश्व की निगाह महाकुंभ के आयोजन पर है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार और प्रयागराज मेला प्राधिकरण सीएम योगी के मार्गदर्शन और निर्देशन में तैयारियां भी उसी अनुरूप कर रहा है. इसका उदाहरण है मेले के सफल आयोजन और संचालन के लिए आईसीसी सेंटर को अपग्रेड करना.
आईसीसी सेंटर का निर्माण कुंभ 2019 में किया गया था, लेकिन महाकुंभ का आयोजन और भी भव्य और विशाल होने के कारण इसका उच्चीकरण किया जा रहा है. जिसका निरीक्षण स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रयागराज दौरे में किया और अपग्रेडेशन कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश भी दिये.
भीड़ प्रबंधन की करेगा निगरानी
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, आईसीसीसी का निर्माण कुंभ 2019 के सफल आयोजन के लिए किया गया था. जिसका उद्धाटन स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. प्रयागराज मेला प्राधिकरण और प्रयागराज स्मार्ट सिटी आईसीसी सेंटर के माध्यम से एआई, चैटबॉट, लाईव सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरों जैसी अत्याधुनिक तकनीकी की मदद से मेले का सफल संचालन करता है.
महाकुंभ का आयोजन पिछले सभी कुंभ, महाकुंभ मेलों के आयोजन से भव्य और विशाल होने के कारण आईसीसी सेंटर को अपग्रेड किया जा रहा है. सीएम योगी के विरासत और विकास के विजन के मुताबिक महाकुंभ की प्राचीनतम परम्परा को अत्याधुनिक तकनीक के प्रयोग से सुगम और सुरक्षित बनाने का प्रयास हो रहा है. सीएम ने स्वयं अपने प्रयागराज दौरे में आईसीसी सेंटर के अपग्रेडेशन का निरीक्षण किया और शीघ्र कार्य पूरा करने के निर्देश दिये.
एआई कम्पोनेंट की मदद से की जाएगी निगरानी
प्रयागराज स्मार्ट सिटी और मेला प्राधिकरण देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों की मदद से आईसीसी सेंटर के अपग्रेडेशन का कार्य करा रहा है. महाकुंभ के मद्देनजर लगभग 1650 नये सीसीटीवी कैमरे, 24 एपीएनआर कैमरे, 40 वीएमसीडी, 100 स्मार्ट पार्किंग, क्राउड मैनेजमेंट और व्हीकल काउंट के लिए 268 और 240 एआई कम्पोनेट लगाये जा रहे हैं.
साथ ही शिकायत निवारण के लिए कॉल सेंटर में 20 सीटें बढ़ाई जा रही हैं. महाकुंभ में आईसीसी सेंटर मेला, एमसीआर सेंटर, अरैल और झूंसी व्यूविंग सेंटर से पूरे मेले क्षेत्र का निरीक्षण किया जाएगा. साथ ही एआई कंट्रोल्ड सीसीटीवी कैमरों की मदद से 9 रेलवे स्टेशनों पर क्राउड मैनेजमेंट और निगरानी का कार्य किया जाएगा. 1 दिसम्बर से 1920 हेल्पलाइन का कार्य शुरू हो जाएगा.