लखनऊ; उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा. सपा ने पत्र जारी करके इसकी जानकारी दी. प्रतिनिधिमंडल के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित 15 और भी नाम शामिल हैं. वहीं खबर है कि माता प्रसाद के घर के बाहर भारी पुलिस बाल को तैनात किया गया है.
मुझे कहीं भी जाने का अधिकार है
उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि नियमानुसार पुलिस को मुझे नोटिस देना चाहिए था, कि मैं वहां नहीं जा सकता हूं लेकिन मुझे कोई लिखित नोटिस नहीं दी गई. बल्कि मुझे बिना किसी सूचना के मेरे घर पर पुलिस तैनात कर दी है. न्याय आयोग वहां जा रहा है, मीडिया के लोग वहां जा रहे हैं, क्या हम वहां जाएंगे तो कोई अशांति होगी? वहीं उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि संभल डीएम ने मुझे फोन कर वहां न आने के लिए कहा है. मैं पार्टी कार्यालय जाऊंगा और तय करूंगा कि आगे क्या करना है.
इसके बाद यह जानकारी सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ साझा करेंगे. बता दें कि इससे पहले डीजीपी के कार्रवाई के आश्वासन पर प्रतिनिधिमंडल ने संभल जाना रद्द कर दिया था. लेकिन आज 30 नवंबर यानी शनिवार को सपा नेता मौके पर जाएंगे. दो दिन पूर्व माता प्रसाद ने प्रेस वार्ता कर संभल हिंसा को लेकर सरकार को घेरा था. सपा के डेलिगेशन के संभल जाने पर भी अपनी बात कही थी.
डीजीपी ने फोन कर निष्पक्ष जांच का दिया भरोसा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि संभल हिंसा पर डीजीपी ने मुझे फोन कर के निष्पक्ष जांच करने का भरोसा दिया है. हम लोग आज घटना स्थल पर जाने वाले थे लेकिन हमे दिन दिन बाद जाने के लिए बोला गया है. वहीं उन्होंने कहा कि प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट का पालन नहीं हो रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरे पर लिया. कहा कि भाजपा सरकार संविधान को न मानने वाली सरकार है.
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