झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात की रात करीब 10 बजे भीषण हादसा हो गया. यहां शॉर्ट सर्किट के चलते एनआईसीयू वार्ड में आग लग गई. इस अग्निकांड में 10 नवजात शिशुओं की जलकर मौत हो गई. बताया जा रहा है कि घटना के समय करीब 50 से 55 मासूम बच्चे एनआईसीयू (नवजात शिशु वार्ड) में भर्ती थे. जिससे से 10 मासूमों की जलकर मौत हो गई. वहीं, कई घायल हो गए. इस दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी ने पीड़ित परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. जबकि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने झांसी पहुंचकर दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना स्थल का लिया जायजा
आज शनिवार की सुबह डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे. यहां उन्होंने शिशु वार्ड पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया और मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये सरकारी सहायता देने की घोषणा की. इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि ‘मैं ईश्वर से घायल नवजात शिशुओं के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. हमारी सरकार प्रदेशवासियों के हर दुःख और संकट में उनके साथ है.
डिप्टी सीएम ने घायल बच्चों का जाना हाल
डिप्टी सीएम ने झांसी पहुंचकर घायल बच्चों का हाल जाना. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिजनों को हर प्रकार की संभव सहायता देने का आश्वासन दिया. उन्होंने पीड़ितों को भरोस दिलाया कि सरकार उनके साथ पूरी तरह से खड़ी है. इस दौरान डिप्टी सीएम के साथ प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा व अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे.
घटना की होगी त्रिस्तरीय
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने झांसी मेडिकल कॉलेज का दौरा करने के बाद दुर्घटना की त्रिस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया आयुक्त झांसी और उपमहानिरीक्षक झांसी द्वारा 24 घंटे में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह अग्निकांड अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और फायर सेफ्टी पर सवाल उठाती है. सरकार द्वारा इस मामले में कड़ी जांच की जाएगी.
घटना के दौरान नहीं बजा फायर सेफ्टी अलार्म
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह भीषण हादसा हादसा शॉर्ट सर्किट के चलते हुए. शॉर्ट सर्किट के चलते शिशु वार्ड में आग फैली और देखते ही देखते लपटों ने अस्पताल की इमारत को अपनी चपेट में ले लिया. हालांकि, इमारत में फायर सेफ्टी को लेकर अलार्म भी लगा था. लेकिन हादसे के वक्त यह अलार्म सिस्टम नहीं बजा, जिसके चलते राहत एवं बचाव कार्य में देरी हुई, जिसमें 10 बच्चों की जान चली गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यदि समय पर अलार्म बज जाता तो 10 मासूस जिंदगियों को बचाया जा सकता था.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने व्यक्त किया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे को लेकर दुख प्रगट किया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी में हुई दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है. ईश्वर, शोक संतप्त माता-पिता और परिवारजनों को, यह क्रूर आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करें. मैं घायल हुए शिशुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.
पीएम मोदी ने घटना पर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को लेकर दुख जताया है. घटना पर दुख प्रगट करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट की गई है, जिसमें लिखा है कि हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है. इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है.
सीएम योगी ने घटना को बताया हृदयविदारक
सीएम योगी ने घटना पर पीड़ित परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा कि झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है. जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.