जालौन; सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिए गए ‘बटेंगे तो कटेंगे’ बयान ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है. इसको लेकर राजनीतिक पार्टियों का सियासी पोस्टर वार शुरू हो गया है. सपा-बसपा के साथ कांग्रेस भी मैदान में कूद चुकी है और उनके इस बयान पर नेताओं की तरह-तरह की बयानबाजी सामने आ रही है.
बता दें कांग्रेस पार्टी की तरफ से बुधवार को उरई के सिटी सेंटर हाल में RTI कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश चैयरमेन पुष्पेंद्र श्रीवास्तव पहुंचे थे. यहां पर कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कांग्रेस केंद्र की मनमोहन सरकार ने 2005 में जन सूचना अधिकार अधिनियम बनाया था जिसमें आम जनता को सूचना का अधिकार दिया था इस अधिकार के तहत कोई भी व्यक्ति किसी विभाग से दस रुपये का पोस्टल आर्डर लगा कर सूचना प्राप्त कर सकते है. इसके साथ अगर पोस्टल आर्डर नहीं मिलता है तो दस रुपये का नोट लगाकर सूचना मांग सकते है.
इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वैसे तो हिन्दू धर्म में गेरुआ वस्त्र धारण करने वालो को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया जाता है. गेरुआ वस्त्र धारण करने वालो को ‘काटने और बाटने’ की भाषा शोभा नही देती है. कोई कैसे तय कर सकता है की कौन कब कटेगा और कब बटेगा भाजपा सरकार तो सबका साथ सबका विकास की बात करने वाली पार्टी है.
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अब यह लोग काटने और बाटने की बात करने लगे है. काटने और बाटने की बात छोड़कर जनता के हितों की बात कीजिए ताकि इतिहास आपको अच्छे नेता के रूप में याद कर सके. वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सिर्फ एक ही नारा हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस मे है भाई-भाई.