लखनऊ; प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. छात्रों की मांग है कि RO और ARO की परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित नहीं की जाए. अपनी मांगों को लेकर छात्र सोमवार सुबह से ही आयोग के गेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन इसी बीच छात्रों के प्रदर्शन का विपक्षी दल फायदा उठाने लगे हैं. जिसको लेकर यूपी में सियासी पारा हाई है.
पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो साझा की है. जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा है कि ‘अब समझ आ गया ना, इस आंदोलन के पीछे कौन है? राजनीतिक उकसावे में आने से छात्रों को कुछ नहीं मिलेगा, भविष्य खराब होगा अलग से.’ दरअसल इस वीडियो में लिखा है ‘चिलम आयोग’. वहीं कई युवा बैठे हुए दिख रहे हैं. जो नारेबाजी कर रहे हैं. दावा किया जा रहा है क कि यह सभी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हैं. वीडियो में दिखाई दे रहे कई युवा लाल गमछा और सफेद कुर्ता पजामा पहने नजर आ रहे हैं. कुछ ने लाल टोपी लगा रखी है.
अब समझ आ गया ना, इस आंदोलन के पीछे कौन है?
राजनीतिक उकसावे में आने से छात्रों को कुछ नहीं मिलेगा, भविष्य ख़राब होगा अलग से। pic.twitter.com/NNm1TwQ1lq
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) November 12, 2024
वहीं, एक सूर्य प्रताप सिंह ने एक्स पर एक दूसरी पोस्ट भी की है. इस पोस्ट में उन्होंने पूर्व की सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि प्रयागराज छात्र आंदोलन में वे नेता न कूदें जिन्होंने यूपी लोक सेवा आयोग को जातिवाद व भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया था. दो शिफ्ट में परीक्षा कराने पर आयोग का स्पष्टीकरण आया है. शुचिता एवं छात्रों के भविष्य को संरक्षित करने के उद्देश्य से परीक्षाएं केवल उन केन्द्रों पर कराई जा रही है, जहां किसी प्रकार की कोई गड़बड़ियों की कोई सम्भावना नहीं है.
वहीं उन्होंने आगे लिखा कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी एवं छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की गई है. देश के अन्य प्रतिष्ठित आयोगों तथा संस्थानों द्वारा भी इसी प्रक्रिया का पालन किया जाता है. कतिपय अराजक तत्वों, अवैध कोचिंग संस्थानों, नकल माफिया द्वारा प्रतियोगी छात्रों को मिथ्या/भ्रामक जानकारी देकर बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है. छात्रों को ऐसी सूचनाओं से सावधान रहना चाहिए.
प्रयागराज छात्र आंदोलन में वे नेता न कूदें जिन्होंने यूपी लोक सेवा आयोग को जातिवाद व भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया था।
दो शिफ्ट में परीक्षा कराने पर आयोग का स्पष्टीकरण आया है:
•शुचिता एवं छात्रों के भविष्य को संरक्षित करने के उद्देश्य से परीक्षाएं केवल उन केन्द्रों पर कराई जा… pic.twitter.com/UcGMC3my9s
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) November 12, 2024
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को छात्रों के मुद्दों पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है. उन्हें अपने शासनकाल में हुई भर्तियों में भ्रष्टाचार को याद रखना चाहिए. पुलिस अधिकारी संयमित व्यवहार करें और छात्रों पर बल प्रयोग न हो. प्रतियोगी छात्रों से अनुरोध है कि वे अपनी समस्याओं को शांतिपूर्ण तरीके से उठाएं और सपा की राजनीति का शिकार न बनें. आपकी न्याय की लड़ाई में सरकार और मैं सदैव आपके साथ हूं. 2012 से 2017 तक सपा सरकार में क्या क्या हुआ था यह पूरा प्रदेश जानता है.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को छात्रों के मुद्दों पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें अपने शासनकाल में हुई भर्तियों में भ्रष्टाचार को याद रखना चाहिए। पुलिस अधिकारी संयमित व्यवहार करें और छात्रों पर बल प्रयोग न हो। प्रतियोगी छात्रों से अनुरोध है कि वे अपनी…
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) November 11, 2024
आंदोलन सपा के कार्यकर्ता कर रहे हैं- ओपी राजभर
वहीं, प्रयागराज में जारी आंदोलन को लेकर मंत्री ओपी राजभर का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सपा के लोग कर रहे हैं. वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि लाल गमछा टांगे हुए और लाल टोपी लगाए हुए लोग दिख रहे हैं.