प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित प्रांतीय सिविल सेवा (PCS) प्री और समीक्षा अधिकारी (RO) एवं सहायक समीक्षा अधिकारी (APO) की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर आयोजित करने के निर्णय के खिलाफ सोमवार को प्रतियोगी छात्रों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र आयोग के गेट पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. हालांकि, पुलिसकर्मियों ने उन्हें खदेड़ जिसके बाद प्रदर्शनकारी तितर-बितर हो गए.
आयोग के आसपास भारी पुलिस तैनाती
प्रतियोगी छात्रों ने लोक सेवा आयोग के गेट नंबर दो के सामने बड़ी संख्या में एकत्रिक हुए और विरोध प्रदर्शन करने लगे. जिसके बाद भारी पुलिस फोर्स बुलाकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा गया. हालांकि, छात्र एक बार फिर से जुट गए और अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा. पुलिस उपायुक्त (नगर) अभिषेक भारती ने कहा कि छात्रों को गिरिजाघर सिविल लाइंस पर धरना प्रदर्शन करने का अनुरोध किया गया है. उन्होंने बताया कि कुछ छात्र वहां चले भी गए थे, लेकिन अभी भी कई छात्र आयोग के गेट पर जमा हुए हैं.
छात्रों ने क्या की मांग?
छात्रों की मांग है कि अलग-अलग दिनों के बजाए एक ही दिन परीक्षा आयोजित की जाएं. कई छात्रों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पहले ही अधिसूचना में यह नहीं बताया था कि पीसीएस प्री और आरओ एआरओ परीक्षा के लिए तिथियां अलग-अलग होंगी. छात्रों का कहना है कि आयोग द्वारा दो दिन में परीक्षा कराना नियम के विरुद्ध है.
किस तारीख को होनी है परीक्षा?
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने इसी महीने नवंबर के मंगलवार को परीक्षा की तिथि निर्धारित की है. जहां पीसीएस प्री की परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को होगी. वहीं समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ एआरओ) की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को संपन्न कराई जाएंगी.
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सपा प्रमुख ने क्या कहा?
छात्रों द्वारा किए गए प्रदर्शन को सपा ने अपना सियासी मुद्दा बना लिया है. जिसके बाद से सियासी पारा हाई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने छात्रों के प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर हमला बोला है. उन्होंने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा कि युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है. इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जो जब मांग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी. हम फिर दोहराते हैं . नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं. हम युवाओं के साथ हैं. युवा कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!