बहराइच: जिले के महाराजगंज कस्बे में 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुए सांप्रदायिक हिंसा मामले में पुलिस ने रविवार को 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें मुख्य साजिशकर्ता शकील अहमद और उसके 5 साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस हिंसा के दौरान 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा नाम के एक युवक की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था.
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि इस घटना के संबंध में हरदी थाने में विभिन्न धाराओं के तहत दो मामले दर्ज किए गए थे. जिनमें भारतीय न्याय संहित की धारा (191(2) दंगा, (103(2) हत्या, आपराधिक साजिश (61(2)), हत्या का प्रयास (109) और आर्म्स एक्ट जेसी संगीन धाराओं को लगाया गया था. जांच में मुख्य आरोपी शकील अहमद (52), उसके भाई मोहम्मद इरफान (29), और अन्य आरोपी फरहान रजा (24), हसीब (33), तौसीफ (25), और नूरानी (28) के नाम सामने आए थे. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी को को गिरफ्तार तर जेल भेज दिया गया था.
साथ ही इस हिंसा में आरोपित सैफ अली, जावेद, शोएब अभी फरार चल रहे हैं. जिन पर पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए 10-10 हजार रुपये का इनाम रखा है. हिंसा के साजिशकर्ता शकील अहमद के खिलाफ पहले से ही दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों से की गई पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुख्य साजिशकर्ता शकील अहमद ने 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान बवाल मचाने की साजिश रची थी. शकील ने तो यहा तत कहा था कि अगर किसी को जान से मारना भी पड़ा तो वह पीछे नहीं हटेगा.
पुसिल ने दोनों पक्षों से 121 लोगों को किया गिरफ्तार
इस हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक दोनों पक्षों से कुल 121 लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले की जांच को लेकर 1 हजार से अधिक वीडियो की फॉरेंसिक जांच चल रही है. हालांकि 13 और 14 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद अब स्थितियां सामान्य हो गई हैं. लेकिन फिर भी एहतियातन संवेदनशील इलाके में पुलिस बल की तैनात की गई है.
यह भी पढ़ें; बाबा सिद्दीकी की हत्या का मुख्य शूटर गिरफ्तार, नेपाल भागने के फिराक में था आरोपी
13-14 अक्टूबर को हुई थी हिंसा
बीते 13 अक्टूबर को हुई हिंसा में राम गोपाल मिश्रा को गोली लगने से मौत हो गई थी. इसके बाद 13 और 14 अक्टूबर को महसी, महाराजगंज, और बहराइच शहर में हिंसा फैल गई, जिसमें कई घरों, दुकानों और शोरूम में तोड़फोड़ की गई. इस दौरान आगजनी भी हुई. इस हिंसा से जुड़े मामलों में पुलिस ने कुल 15 अभियोग दर्ज किए हैं.