बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद वहां लगातार हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं. इस घटना में न सिर्फ बांग्लादेशी कट्टरपंथी शामिल हैं, बल्कि वहां की आर्मी और पुलिस भी हिंदुओं पर लगातार ज्यादती कर रही है. जिसकी तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं. इसी क्रम में बांग्लादेश की प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन ने अपने देश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को सोशल मीडिया के माध्यम से उजागर किया. नसरीन के सोशल मीडिया पर कई ऐसी तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें वहां हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार को समझा जा सकता है.
The Chittagong-based group Hefazat-e-Islam has called for a ban on ISKCON. Today, their slogan was: “Catch one ISKCON, then slaughter.” Hefazat-e-Islam has called for terrorism. They want to kill ISKCON members. Is ISKCON a terrorist organization that it should be banned? Have… pic.twitter.com/tDNoLczzzE
— taslima nasreen (@taslimanasreen) November 8, 2024
तसलीमा नसरीन ने हाल ही में चटगांव में कट्टरपंथियों द्वारा किए गए प्रदर्शन की तस्वीरें एक्स पर साझा की हैं. जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा है कि हिफाजत-ए-इस्लाम नाम के चरमपंथी संगठन से जुड़े लोग इस्कॉन को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर हिंसा भड़काने का आह्वान किया है.
तसलीमा नसरीन ने कट्टरपंथियों के प्रदर्शन की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि चटगांव में हिफ़ाज़त-ए-इस्लाम से जुड़े लोगों ने इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है. उन्होंने नारा दिया कि ‘एक इस्कॉन पकड़ो, फिर उसकी हत्या करो’. नसरीन ने सवाल उठाते हुए कहा कि वे इस्कॉन सदस्यों को मारना चाहते हैं? क्या इस्कॉन एक आतंकवादी संगठन है जो इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए? क्या इस्कॉन के सदस्यों ने कभी जोर-जोर से “हरे कृष्ण, हरे राम” का जाप करते हुए किसी को मार डाला है?
उन्होंने अपनी आगे लिखा कि दूसरी ओर, इस्लामिक आतंकवादी लोगों को मारते समय ‘अल्लाहु अकबर’ चिल्लाते हैं. इस्कॉन दुनिया भर के कई देशों में मौजूद है और कहीं भी उसे ऐसे मुद्दों का सामना नहीं करना पड़ता है, लेकिन बांग्लादेश में ऐसा होता है. ऐसा क्यों? क्योंकि इस देश में बड़ी संख्या में इस्लामवादी और जिहादी मौजूद हैं, जो दूसरे धर्म के लोगों को बर्दाश्त नहीं कर सकते. वे गैर-मुसलमानों को नुकसान पहुंचाने या उन्हें उनकी जमीन से बाहर निकालने के लिए हर तरह की चाल और रणनीति का इस्तेमाल करते हैं. हिफाजत-ए-इस्लाम यहां आतंकवादियों की भूमिका निभा रहा है, जबकि इस्कॉन उत्पीड़ित अल्पसंख्यक है.
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सिर्फ इतना ही नहीं, तसलीमा नसरीन के सोशल मीडिया अकाउंट पर आप को ऐसी कई पोस्ट मिल जाएंगी, जिनमें बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार की बानगी देखने को मिल जाएगी. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर 7 नवंबर को एक वीडियो पोस्ट की थी… जिसके कैप्शन में लिखा था चटगांव में हिंदुओं पर हमला करने से पहले सेना ने सीसीटीवी तोड़े. वीडियों में पुलिस लाठी से सीसीटीवी कैमरा तोड़ते हुए भी दिख रहा है.
Army broke CCTV before attacking Hindus in Chittagong. pic.twitter.com/XEHLy7OCfx
— taslima nasreen (@taslimanasreen) November 7, 2024