न्यूयॉर्क: भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया और स्पष्ट तौर पर कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा. यह प्रतिक्रिया भारत की ओर से राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने दी. उन्होंने UN में पाकिस्तान के झूठे प्रचार पर कड़ा जवाब दिया. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से तथ्यों को बदल नहीं सकता. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग हाल ही में लोकतांत्रिक और निर्वाचन अधिकारों का उपयोग करके नई सरकार चुन चुके हैं और पाकिस्तान को अपनी झूठी दलीलें छोड़नी चाहिए, क्योंकि इससे कोई तथ्य बदलने वाला नहीं है.
पाकिस्तान ने उठाया जम्मू-कश्मीर का मुद्दा
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा में शांति रक्षा मिशनों पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया. पाकिस्तान की ओर से की गई टिप्पणियों का जवाब देते हुए भारत ने “राइट ऑफ रिप्लाई” का इस्तेमाल किया और कहा कि पाकिस्तान ने चर्चा के एजेंडे को अनावश्यक रूप से भटकाने की कोशिश की है. भारत ने जोर देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा.
While discussions in United Nations on UN Peacekeeping operations when the representative from Pakistan speaking on the same subject of UN peacekeeping, tried to digress the subject and unnecessarily mentioned that Pakistan’s involvement with UN peacekeepers started when UN has… pic.twitter.com/kbpycmEX2u
— Dr. Sudhanshu Trivedi (@SudhanshuTrived) November 9, 2024
सुधांशु त्रिवेदी ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में हुए लोकतांत्रिक बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत विदेश नीति का अहम योगदान है, जिसने भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक सख्त और स्वीकार्य छवि दिलाई है.
सुधांशु त्रिवेदी की संयुक्त राष्ट्र महासभा में भूमिका
सुधांशु त्रिवेदी उन 12 सांसदों के समूह का हिस्सा हैं, जो विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र में बैठकों में भाग ले रहे हैं. सुधांशु त्रिवेदी ने बाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “X” पर भी पोस्ट साझा कर कहा कि शांति रक्षा अभियानों पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान ने विषय को भटकाने की कोशिश की और जम्मू-कश्मीर का बेवजह जिक्र किया.