प्रयागराज; महाकुंभ मेले में इस बार गूगल भी श्रद्धालुओं की मदद करेगा. इसके लिए दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल महारथी ने अपनी पॉलिसी में बदलाव किया है. इस संबंध में बीते सोमवार को गूगल और प्रयागराज मेला प्राधिकरण के बीच एमओयू साइन हुआ है.
उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ इस बार 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ होने जा रहा है. इस बार मेले की तैयारियों को लेकर शासन-प्रशासन पूरा जोर लगाए है तो वहीं डिजिटल प्लेटफार्म भी कुंभ मेले को लेकर अपनी तैयारियां कर रहा है. एक अनुमान के मुताबिक इस बार कुंभ मेले में 40 से 50 करोड़ लोग आ सकते हैं. जिसको लेकर बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं.
गूगल ने मेले को लेकर की तैयारी
दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने भी महाकुंभ को लेकर तैयारी की है. बीते सोमवार को महाकुंभ को गूगल मैप पर लाने के लिए गूगल और प्रयागराज मेला प्राधिकरण के बीच एमओयू साइन हुआ है. इससे भक्तों को यह फायदा होगा कि मोबाइल में गूगल मैप का उपयोग करके वह प्रयागराज में उतरते ही कुंभ के किसी भी तट तक आसानी से पहुंच सकेंगे.
पहली बार गूगल ने ऐसा किया
गूगल अभी तक स्थायी लोकेशन को ही मैप में शामिल करता था. यह गूगल पॉलिसी का हिस्सा है. लेकिन इस बार ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि गूगल किसी अस्थायी बसाए जा रहे शहर को अपने मैप में शामिल करेगा. इस महाकुंभ मेले के लिए गूगल ने अपनी पॉलिसी में बदलाव किया है. इस बार मोबाइल की मदद से महाकुंभ के दौरान संगम, गंगा घाट, मठ, मंदिर, अखाड़े या किसी भी अन्य स्थान पर पहुंचना पहले के मुकाबले बेहद आसान हो जाएगा. नवंबर माह के अंत या दिसम्बर की शुरुआत के साथ गूगल मैप पर कुंभ शो होने लगेगा.
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महाकुंभ के अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि सीएम योगी के डिजिटल कुंभ के सपने को साकार करने में इस बार गूगल सामने आया हैं. गूगल अपने नियमों में बदलाव करते हुए तंबुओं के शहर को गूगल मैप पर जगह देने जा रहा है. जिससे देश दुनिया से आने वाले करोड़ों श्रद्धालु बिना किसी से पता पूंछे. गूगल मैप का प्रयोग कर के अपनी मंजिल तक आसानी तक पहुंच सकेंगे.