लखनऊ; सीएम योगी आदित्यनाथ अब उत्तर प्रदेश में 13 नवंबर को होने वाले 9 विधानसभा उपचुनावों के प्रचार की कमान संभालेंगे. चुनाव में NDA प्रत्याशियों के लिए सभाएं कर वोट मांगने का उनका कार्यक्रम तय है. हाल ही में हरियाणा में उनकी सफल सभाओं के बाद, यूपी में भी भाजपा और सहयोगी दलों के उम्मीदवार चुनाव प्रचार में जुटे हैं.
सीएम योगी ने उपचुनाव वाले क्षेत्रों के लिए कई विकास योजनाओं की शुरुआत की है. 2 से 23 सितंबर के बीच उन्होंने मुरादाबाद, मैनपुरी, फूलपुर, अम्बेडकर नगर, गाजियाबाद और मीरजापुर में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इन योजनाओं का मकसद स्थानीय विकास को बढ़ावा देना और मतदाताओं को आकर्षित करना है.
सीएम योगी का उपचुनावों में प्रचार का अनुभव हमेशा सफल रहा है. फिर चाहें गोला गोकर्णनाथ की खाली सीट पर अमन गिरि ने 2022 में जीत हासिल की, जबकि 2023 में छानबे सीट पर रिंकी कोल और स्वार टांडा से शफीक अंसारी ने सफलताएं पाई। लखनऊ पूर्व से ओपी श्रीवास्तव की जीत भी योगी के प्रभावशाली प्रचार का परिणाम है.
उपचुनाव में योगी की सक्रियता और उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों का प्रभाव कितना होगा, यह देखना दिलचस्प होगा. भाजपा पदाधिकारी और स्थानीय नेता भी इस बार चुनाव प्रचार में पूरी मेहनत कर रहे हैं, जिससे उनकी जीत की संभावनाएं बढ़ती दिख रही हैं.