लखनऊ; यूपी की राजनीति में जातीय समीकरण बहुत मायने रखते हैं. सियासी दल प्रत्याशियों के चयन में जाति को प्राथमिता देते हैं. इसी की बानगी यूपी में 9 विधानसभा सीटों होने वाले विधानसभा उप चुनाव में देखी जा रही है. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी (NDA) और सपा ( इंडी गठबंधन) के बीच माना जा रहा है. दोनों दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. सपा ने जहां 9 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. वहीं भाजपा ने 8 और उसके सहयोगी दल आरएलडी ने 1 सीट पर उम्मीदवार उतारा है.
दोनों दलों द्वारा अगर प्रत्याशियों के चयन की बात करें तो सपा ने 4 मुस्लिम, 3 पिछड़े और 2 दलित प्रत्याशियों को टिकट दिया है. वहीं बीजेपी (एनडीए) ने 5 पिछड़े, 2 ब्राह्मण, 1 क्षत्रिय और 1 दलित प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा है. भाजपा ने जिन 5 पिछड़े वर्ग से आने वाले प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है, उनमें 1 कुर्मी, 1 पाल, 1 निषाद,1 यादव और एक प्रत्याशी मौर्य बिरादरी से आता है. स्पष्ट है कि दोनों दलों ने प्रत्याशियों के चयन में 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर, सभी जातियों को साधने का प्रयास किया है.
यूपी में जिन 9 सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होनी है, उनमें करहल, खैर, कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद, कटेहरी, मझवां, फूलपुर और सीसामऊ का नाम शामिल है. अब सीटवार जातिया समीकरण और प्रत्याशियों के चयन पर भी नजर डाल लेते हैं.
1- करहल- मैनपुरी जिले की इस सीट से सपा ने मुलायम परिवार के सदस्य तेजप्रताप यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि भाजपा ने मुलायम सिंह के छोटे भाई अभयराम यादव के दामाद अनुजेश सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया है. करहल विधानसभा क्षेत्र के अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां करीब 1.30 लाख यादव मतदाता हैं. इसके अलावा दलित 60 हजार, शाक्य 50 हजार, ठाकुर 30 हजार , पाल 30 हजार, बघेल 25 हजार, मुस्लिम, 20 हजार, लोधी, 20 हजार व ब्राह्मण और बनिया समाज के करीब 15 हजार मतदाता हैं.
2- खैर (सुरक्षित)- अलीगढ़ जिले की अगर खैर विधानसभा सीट की बात करें तो यहां से भाजपा ने सुरेंद्र दिलेर को टिकट दिया है. वह वाल्मीकि समाज से आते हैं. वहीं सपा ने डॉ चारू कैन को प्रत्याशी बनाया है. यह सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित है. अगर खैर विधानसभा सीटे के जातीय समीकरण की बात की जाए को यहां सबसे अधिक मतदाता जाट समाज के हैं. यहां करीब 1.10 लाख जाट, दलित 50 हजार, ब्राह्मण 40 हजार और करीब 30 हजार मुस्लिम वोटर हैं.
3-कुंदरकी- यह सीट मु्स्लिम बाहुल्य सीट है. सपा ने यहां हाजी रिजवान और भाजपा ने रामवीर ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है. इस विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 60 प्रतिशत है.
4- मीरापुर- मीरापुर विधानसभा सीट मुजफ्फरनगर जिले के अंतर्गत आती है. यहां से सपा ने सम्बुल राणा को टिकट दिया है. जबकि भाजपा ने गठबंधन के तहत यह सीट रालोद को दी है. रालोद ने यहां से मिथलेश पाल को चुनावी मैदान में उतारा है. मीरापुर विधानसभा सीट के अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां सबसे अधिक मुस्लिम मतदाता हैं. यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 1 लाख के आसपास है. वहीं दलित करीब 70 हजार है. साथ ही जाट मतदाताओं की संख्या करीब 25 हजार और गुर्जर मतदाताओं की संख्या 20 हजार के करीब है.
5-गाजियाबाद- गाजियाबाद सीट भाजपा का गढ़ रही है. इस विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण और वैश्य मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी हैं. इसी को देखते हुए भाजपा ने यहां से ब्राह्मण चेहरा संजीव शर्मा को टिकट दिया है. जबकि सपा ने एससी कार्ड खेलते हुए सिंहराज जाटव को उम्मीदवार बनाया है. गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र के अगर जातीय समीकरण की बात करें को यहां सबसे अधिक एससी मतदाताओं की संख्या है. यहां एससी वोटर करीब 85 हजार, ब्राह्मण करीब 80 हजार, वैश्य करीब 65 हजार और मुस्लिम मतदाता लगभग 70 हजार के करीब हैं.
6- कटेहरी- अंबेडकरनगर जिले के अंतर्गत आने वाली कटेहरी सीट से भाजपा ने धर्मराज निषाद को टिकट दिया है. वहीं सपा ने शोभावती वर्मा को प्रत्याशी बनाया है. कटेहरी विधानसभा क्षेत्र के अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां 45 करीब हजार कुर्मी, 40 हजार मुस्लिम, 30 हजार निषाद और करीब 80 हजार ब्राह्माण-ठाकुर समाज के वोटर हैं.
7-मझवां- मिर्जापुर जिले के अंतर्गत आने वाली मझवां सीट से भाजपा ने सुचिस्मिता मौर्य को प्रत्याशी बनाया है. जबकि सपा ने ज्योति बिंद को टिकट दिया है. मझवां विधानसभा सीट के अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या करीब 60 हजार है. इसके अलावा दलित और बिंद समाज के मतदाताओं की संख्या भी करीब 60-60 हजार के आसपास है. जबकि कुशवाहा (मौर्य) 30 हजार, पाल 22 हजार, राजपूत 20 हजार, मुस्लिम करीब 22 हजार और पटेल (कुर्मी) वोटरों की संख्या करीब 16 हजार है.
8-फूलपुर- प्रयागराज जिले के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीट फूलपुर से भाजपा ने दीपक पटेल को प्रत्याशी बनाया है. जबकि सपा ने मुस्तफा सिद्दीकी को टिकट दिया है. इस सीट पर पटेल यानी कुर्मी मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. यहां करीब 70 हजार पटेल, 60 हजार यादव, 50 हजार मुस्लिम, 45 हजार ब्राह्मण, 22 हजार निषाद , 16 हजार वैश्य , 15 हजार क्षत्रिय व अन्य मतदाताओं की संख्या करीब 50 हजार है.
9-सीसामऊ- कानपुर नगर जिले के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्र सीसामऊ से सपा ने नसीम सोलंकी को टिकट दिया है. जबकि भाजपा ने सुरेश अवस्थी को प्रत्याशी बनाया है. सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटरों की संख्या 1 लाख के करीब है. ब्राह्मण और दलित मतदाताओं की संख्या 50-50 हजार के करीब है, इसी प्रकार से वैश्य वोटर करीब 30 हजार है.
नोट- यह आंकड़े अनुमानित हैं.
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