लखनऊ; यूपी विधानसभा की 9 सीटों पर हो रहे उप चुनाव को लेकर, बसपा ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है. पार्टी की मुखिया मायावती की सहमति के बाद, बीएसपी ने 8 प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगा दी है. पार्टी ने जिन 8 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, उनमें कटेहरी, फूलपुर, मीरापुर, सीसीमऊ, करहल, कुंदरकी, गाजियाबाद और मझवां का नाम शामिल है.
बसपा ने फूलपुर से जितेन्द्र कुमार सिंह, कटेहरी से अमित वर्मा, मीरापुर से शाहनजर, सीसामऊ से वीरेन्द्र कुमार शुक्ला, करहल डॉ अवनीश कुमार शाक्य, कुन्दरकी रफतउल्ला उर्फ नेता छिद्दा, गाजियाबाद से परमानन्द गर्ग, मझवां से दीपक तिवारी को टिकट दिया है.
क्यों उपचुनाव में उतर रही बसपा?
अभी तक बसपा उपचुनाव से दूरी बनाकर रखती थी. लेकिन पिछले कुछ उप चुनावों से मायावती अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार रही हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह बसपा का लगातार घट रहा जनाधार और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी की जाटव समाज में बढ़ती लोकप्रियता है. भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण अबकी बार नगीना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं. जबकि बसपा 2024 के आम चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई.
बसपा का लगातार घट रहा जनाधार
2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा का वोट शेयर घटकर 8 प्रतिशत के करीब पहुंच गया. जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा का वोट शेयर 13 प्रतिशत के करीब था. 2007-2012 तक यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार चलाने वाली मायावती की पार्टी बसपा वर्तमान में अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. बीएसपी के कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ ही है, वहीं, कई दिग्गज नेताओं को मायावती ने स्वयं पार्टी से निकाल दिया है.