गोंडा; एक कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा के पूर्व सासंद बृजभूषण शरण सिंह ने यूपी की 9 सीटों पर होने जा रहे, विधानसभा चुनाव पर अपनी राय रखी. बीते बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना का नेचुरल एलायंस था. हमारे समझ से इस को खत्म नहीं करना चाहिए था. जम्मू में हमले पर कहा कि अब्दुल्ला की सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वहां के हिंदुओं को सुरक्षा दें.
बात दें कि बीते बुधवार को पूर्व सांसद व भारती कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष ने यूपी उपचुनाव पर कहा कि मुझे जानकारी है कि सपा ने कांग्रेस पार्टी को 2 सीटों का ऑफर दिया था. लेकिन कांग्रेस ने लड़ने से मना कर दिया. कांग्रेस जानती है कि जिस सीट से वह अकेली लड़ेगी, वहां हारने की संभावना ज्यादा है. साथ ही उन्होंने कहा कि सपा और भाजपा के बीच मुकाबला है. जो सीटें खाली हुई हैं इस में ज्यादातर सपा की हैं. सपा का भी अपने जगह पर वोट फिक्स है. तीसरी पार्टी का कोई जोर नहीं है. मुकाबला कड़ा होगा.
महाराष्ट्र चुनाव पर उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में उद्धव के साथ मे संपूर्ण शिवसेना थी. सीट शेयरिंग में उनको सीटें ज्यादा मिली थी. लेकिन भारती जनता पार्टी के ज्यादा कैंडिडेट जीते थे. उद्धव को कुछ नहीं मिला. वहीं अब कांग्रेस, एनसीपी, शरद पवार की पार्टी को लग रहा है कि उनके वोट के बल पर उद्धव राजनीति कर रहे हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अच्छे नेता हैं. अब बीजेपी की इतनी ताकत हो गई है कि वह अपनी सीटें ज्यादा ले आई है तो इस नेचुरल अलायंस को तोड़ना नहीं चाहिए था. उद्धव गुट पर अब हम को संकट दिखाई पड़ रहा है. एनसीपी व शरद पवार गुट नें अभी मुख्यमंत्री पद का उमीदवार घोषित नहीं किया है. यह राजनीति है यहां कुछ भी हो सकता है.
यह भी पढें: यूपी में कांग्रेस नहीं लड़ेगी विधानसभा उप चुनाव, सपा से सम्मानजनक सीटें न मिलने पर लिया निर्णय
जम्मू में आतंकी हमले में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गृहमंत्री का बयान आ चुका है. इस पर कुछ बोलना जरूरी नहीं है. इतना जरूर कहना चाहूँगा कि इस समय पर वहां अब्दुल्ला जी की सरकार है, और सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है कि वहां के हिंदूओं को सुरक्षा दे. जम्मू-कश्मीर के सीएम ने पाकिस्तान की कड़ी निंदा की है. केंद्र और राज्य की सरकारों को मिलकर इस पर रोकथाम करना चाहिए.