नई दिल्ली; पीएम मोदी BRICS समिट में भाग लेने बीते मंगलवार को रूस के कजान शहर पहुंचे थे. यहां उनका भव्य और भारतीय परंपरा ‘मंत्रोच्चारण’ के साथ स्वागत किया गया. मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने BRICS नेताओं के लिए रात्रि भोज का भी आयोजन किया था. डिनर प्रोग्राम में पहुंचे पीएम मोदी का रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गर्मजोशी से स्वागत किया. पुतिन ने पीएम मोदी की बगल वाली सीट पर बैठकर डिनर किया. इस दौरान सभी नेताओं ने म्यूजिक कंसर्ट का भी आनंद लिया.
रात्रिभोज में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी पहुंचे थे. हालंकि इस दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच बातचीत नहीं हुई. माना जा रहा है कि आज बुधवार को एशिया के दो बड़े नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो सकती है. इस मुलाकात पर दुनिया भर की निगाहें टिकी हुई हैं.
मंगलवार को इन नेताओं से मिले पीएम मोदी
रूस के कजान शहर पहुंचने के बाद, सबसे पहले पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई. इस दौरान दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रहा. बैठक में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालने पर जोर दिया. जिसके बाद पुतिन ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली का पूर्ण समर्थन करता है.
इसके बाद पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान से भी भेंट की. दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर वार्ता हुए. मुलाकात की फोटो शेयर करते हुए पीएम मोदी ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा कि ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के साथ बहुत अच्छी मुलाकात हुई. हमने अपने देशों के बीच संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा की. हमने भविष्य के क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर भी चर्चा की.
2006 में पड़ी थी ब्रिक्स संगठन की नींव
BRICS की नींव 2006 में यूएन में पड़ी थी. यहां ब्राजील, भारत, रूस और चीन के विदेश मंत्री मिले थे. तब इस संगठन का नाम ‘BRIC’ था. इसके बाद इन चारों देशों का पहला BRIC सम्मेलन 2009 में रूस में आयोजित हुआ. 2010 में साउथ अफ्रीका औपचारिक रूप से BRIC सम्मेलन में शामिल हुआ, जिसके बाद BRIC का नाम ‘BRICS’ पड़ा. 2023 में 6 अन्य देश (अर्जेंटीना, सउदी अरब, ईरान, मिस्त्र, इथियोपिया और यूएई) को ‘BRICS’ समिट में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया. हालांकि, अर्जेंटीना में सत्ता परिवर्तन के बाद तब की नव निर्वाचित सरकार ने BRICS समिट में शामिल होने से मना कर दिया. 2024 में ईरान, मिस्र और इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात ने BRICS की देशों की सदस्यता ग्रहण की. हालांकि अभी सऊदी अरब BRICS देशों की सूची में नहीं शामिल हुआ है. लेकिन माना जा रहा है कि सऊदी अरब सरकार सदस्यता लेने के बारे में विचार कर रही है.