लखनऊ; बहराइच हिंसा मामले में योगी सरकार बड़ी कार्रवाई करने जा रही है. देवी प्रतिमा के दौरान महाराजगंज कस्बे के जिस क्षेत्र में हिंसा हुई थी, वहां के 23 घरों और दुकानों को चिन्हित किया गया है. राजस्व विभाग ने अपनी नापजोख में इन घरों और दुकानों का निर्माण अवैध पाया है. अब प्रशासन द्वारा इन घरों पर अवैध निर्माण का नोटिस चिपकाया गया है. नोटिस में इस बात जिक्र है कि घर स्वामी 3 दिनों के भीतर अपने अवैध निर्माण को स्वयं गिरा दें. कहा जा रहा है कि अगर तीन दिनों के भीतर अवैध निर्माण नहीं गिराया जाता है तो बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है.
बता दें कि इन 23 घरों में अब्दुल हमीद का भी घर शामिल है, जिसमे रामगोपाल मिश्रा की हत्या की गई थी. प्रसासन द्वारा जिन 23 घरों को चिन्हित किया गया है, उनमें 20 घर मुस्लिम समाज के हैं. वहीं 3 घर हिंदुओं के हैं. बताया जा रहा है कि नोटिस चिपकाने के बाद लोगों ने अपनी दुकानों को खाली करना प्रारंभ कर दिया है.
योगी सरकार बहराइच हिंसा मामले को बहुत गंभीरता से ले रही है. पुलिस ने अक तक 88 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर हिंसा भड़काने का आरोप है. वहीं, रामगोपाल मिश्रा की हत्या मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें से सरफराज व फहीम को मुठभेड़ में गोली भी लगी है.
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कब हुई थी घटना?
बहराइच जिले महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे में बीते रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा निकाली जा रही थी. यात्रा जब मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से गुजर रही थी, इस दौरान दोनों पक्षों में कुछ बातों को लेकर विवाद हो गया. आरोप है कि इस दौरान प्रतिमा विसर्जन यात्रा पर पथराव किया गया. जब विवाद अधिक बढ़ा तो कुछ लोगों ने यात्रा में शामिल रामगोपाल मिश्रा को अगवाकर, वहीं पास ही स्थित अब्दुल हमीद के घर ले गए. जहां उसकी हत्या कर दी गई.