गुवाहाटी; कुछ दिनों पहले जिस संसद में वक्फ बोर्ड संसोधन बिल पेश किया गया था, अब उसी संसद की जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताया जा रहा है. यह दावा ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के अध्यक्ष और असम के जमीयत उलेमा प्रमुख मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने किया है.
#WATCH | Guwahati, Assam: On JPC on Waqf Bill, AIUDF Chief Badruddin Ajmal says, “…There are voices and a list of Waqf properties across the world is out – the Parliament building, surrounding areas, areas around Vasant Vihar up to the airport have been built on Waqf property.… pic.twitter.com/sh0T1Tx6Nw
— ANI (@ANI) October 16, 2024
मौलाना ने मीडिया को दिए गए बयान में कहा कि संसद वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनी है. AIUDF प्रमुख ने कहा कि वक्फ बोर्ड संपत्ति की लिस्ट आ गई है. सिर्फ संसद ही नहीं आसपास का पूरा इलाका, वसंत बिहार से लेकर दिल्ली एयरपोर्ट तक, यहां तक की एयरपोर्ट भी वक्फ बोर्ड की जमीन पर बना है.
मौलाना ने आगे कहा कि छोटे-मोटे लोगों से मजाक करना अलग बात है.पीर-फकीरों को धर्म गुरुओं से ऊपर बताते हुए मौलान ने कहा कि यह उनकी जमीन है. इन पीर-फकीरों के यहां सब जाते हैं और उनकी मुराद पूरी होती है. इनके साथ वह (सरकार) छेड़छाड़ कर रहे हैं. यह बहुत बुरा है. बहुत जल्दी इसी वक्फ बोर्ड के बहाने से इनकी मिनिस्ट्री चली जाएगी. इस दौरान मौलाना ने पत्रकारों से कहा कि आप लोग जाइए, इंटरनेट पर तलाश करिए आप को सब जानकारी मिल जाएगी.
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मौलाना ने वक्फ बिल पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सभी सेक्युलर दलों ने इल विधेयक का विरोध किया है. बिल की समीक्षा करने के लिए गठित JPC का बहिष्कार किया है. मौलाना ने कहा देश के 5 करोड़ लोगों ने JPC के पास संदेश भेजकर विरोध जताया है.