बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. लखनऊ से लगभग सवा सौ किलोमीटर दूर स्थित इस जिले में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है और स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती जा रही है, जबकि देविपाटन मण्डल समेत आसपास के अन्य जिलों में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है. वहीं खबर है कि CM योगी आदित्यनाथ आज मृतक रामगोपाल मिश्रा के परिवार से मिलने का कार्यक्रम तय किया है. जानकारी के अनुसार, CM मंगलवार को लखनऊ में रामगोपाल के परिवार से मुलाकात करेंगे. इस दौरान वे पूरी घटनाक्रम की जानकारी लेंगे
रविवार को हुई इस हिंसा में एक हिन्दू युवक को गोली मार दी गई थी, जिसके बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गई. सोमवार को मृतक के अंतिम संस्कार के दौरान हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई, जो हाथों में लाठी-डंडे लिए हुए थे. परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई. भीड़ ने दूसरे समुदाय के लोगों के घरों और दुकानों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ और आगजनी की.
DJ बना विवाद का कारण, भड़की हिंसा
रविवार को दुर्गा पूजा के अवसर पर बहराइच जिले की महसी तहसील के महाराजगंज में विसर्जन यात्रा निकाली गई. शाम करीब 5 बजे, जब यात्रा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में पहुंची, तो विवाद पैदा हो गया. शोभायात्रा में शामिल लोग आरोप लगाने लगे कि अचानक दूसरे पक्ष के लोगों ने उनके डीजे को बंद कर दिया और गालियाँ दीं.
दूसरी ओर, दूसरे समुदाय के लोगों का कहना था कि शोभायात्रा जब उनके मोहल्ले में पहुंची, तब डीजे पर आपत्तिजनक और भड़काऊ गाने बजाए जा रहे थे. उन्होंने डीजे बंद करने का अनुरोध किया, लेकिन विवाद बढ़ता गया. इस दौरान पत्थरबाजी शुरू हुई और फायरिंग के चलते रामगोपाल मिश्रा नामक एक युवक की जान चली गई.
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने किया लाठी चार्ज
सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज किया और मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को रोक दिया. इस घटना की जानकारी लखनऊ तक पहुंची, जिसके बाद CM योगी ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंपा गया, लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार में देरी की, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई.
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश ने स्थिति संभाली
सोमवार को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और STF प्रमुख अमिताभ यश खुद घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने हाथ में पिस्टल लेकर मोर्चा संभाला और हिंसक भीड़ को खदेड़ने का प्रयास किया. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी फेंके. हालांकि, अराजक भीड़ ग्रामीण इलाकों की ओर बढ़ गई और वहां दूसरे समुदाय के घरों में आग लगाने लगी. पुलिस ने तेजी से उन इलाकों में पहुंचकर उपद्रवियों को वहां से बाहर निकाला और महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया. बामुश्किल पुलिस प्रशासन ने शाम तक स्थिति पर नियंत्रण पाया.
वीडियो फुटेज के जरिए उपद्रवियों की पहचान कर रही है पुलिस
हजारों की भीड़ ने फिर से गांव में इकट्ठा होकर हिंसक प्रदर्शन किया, जिसके चलते पुलिस को एडीजी लॉ अमिताभ यश के नेतृत्व में भारी बल तैनात करना पड़ा. पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को तितर-बितर किया और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया. इस मामले में 10 नामजद और 24 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, और पुलिस वीडियो फुटेज के जरिए उपद्रवियों की पहचान कर रही है.
ये भी पढ़ें: बहराइच हिंसा पर सीएम योगी सख्त; बोले- ‘दोषियों को चुकानी पड़ेगी कीमत’