Bahraich: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा पर पथराव और फायरिंग की घटना में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की मौत के बाद जिले में स्थिति ठीक नहीं है. पोस्टमार्टम कराकर पुलिस शव लेकर मृतक के घर पहुंची. इस दौरान लोगों के बीच भारी आक्रोश दिखा. शव पहुंचे ही मृतक रामगोपाल के घर पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की. साथ ही राम गोपाल के शव को चारपाई पर रखकर लोग तहसील मुख्यालय की ओर निकल पड़े. इस दौरान सभी के हाथों में लाठी-डंडा दिखे.
बहराइच में जहां कल हिंसा हुई थी वहां लाठी डंडे लेकर लोग इकट्ठा हो रहे। pic.twitter.com/3nj0XfIS7u
— Rajesh Sahu (@askrajeshsahu) October 14, 2024
दर्जनों गांव के लोग शव यात्रा में हुए शामिल
भारी सुरक्षा के बीच पुलिस वालों ने रामगोपाल के शव को परिजनों को सौंपा. शव को देखते ही लोगों का आक्रोश सातवें आसमान पर पहुंच गया. करीब 2 दर्जन गांव के लोगों ने शव को चारपाई पर रखकर तहसील मुख्यालय की ओर कूच कर दिया. लोगों ने अपने हाथों में लाठियां ली हुई थीं. सभी की एक स्वर में मांग है कि हमला करने वाले कट्टरपंथियों पर कार्रवाई की जाए. लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस वाले भी उन्हें रोकने की हिम्मत नहीं जुटा पाए.
अतिरिक्त फोर्स बुलाया गया
लोगों के आक्रोश को देखते हुए और हालातों को काबू में करने के लिए अतिरिक्त फोर्स को बुलाया गया है. जानकारी के अनुसार, कई थानों के पुलिस फोर्स के साथ-साथ पीएसी की 6 कंपनियों को बुलाया गया है. जिसको देखते हुए बहराइच के पड़ोसी जिले बलरामपुर, बहराइच, गोंडा, बाराबंकी और गोरखपुर से भारी पीएसी फोर्स मूव हो चुका है.
हालातों को देखत हुए क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों ने डेरा डाला हुआ है. इलाके में मंडलायुक्त, डीएम, एसपी, डीआईजी समेत कई बड़े अधिकारियों की मौजूदगी है. हालांकि अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं दिख रही है. घटना में घायल कुछ लोगों का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है. वहीं, कई घायलों को निजी अस्पलात में भर्ती कराया गया है.
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25 लोग गिरफ्तार
प्राप्त जानकारी के अनुसार, देवी प्रतिमा विसर्जन यात्रा पर फायरिंग और पथकाव करने वाले मुख्य आरोपी सलमान सहित 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दुर्गा पूजा कमेटी आरोपियों की गिरफ्तारी की लगातार मांग कर रही थी. देर रात तक आरोपियों को फांसी देने की मांग सड़कों पर गूंजती रही. जिसके चलते प्रशासन बैकफुट पर दिखा.