लखनऊ: 8 अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित होगा. माना जा रहा है कि इसी चुनाव परिणाम के बाद किसी दिन यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का भी ऐलान हो सकता है. इसको देखते हुए भाजपा ने अपनी तैयारी प्रारंभ कर दी है. इसी क्रम में आज सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी की अध्यक्षता में भाजपा की हाई लेवल बैठक हुई. इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम (केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी व प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह मौजूद रहे.
सीएम योगी ने बैठक में प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए आवश्यक रणनीतियों पर चर्चा की. लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भाजपा उपचुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. यही कारण है कि बैठक में जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां सदस्यता अभियान और तेज करने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि मतदाताओं के बीच पार्टी की उपस्थिति को मजबूती दी जा सके. बीजेपी का लक्ष्य इन उपचुनावों में प्रभावी प्रदर्शन कर 2027 के लिए अपनी स्थिति को मजबूत करना है. सीएम योगी ने भी इस बैठक के माध्यम से अपनी संकल्पबद्धता को स्पष्ट किया है.
टिकट पर हुआ मंथन
बैठक में उपचुनाव वाली सीटों पर संभावित प्रत्याशियों के नामों पर भी मंथन हुआ. सूत्रों का कहना है कि पार्टी जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर ही टिकटों का ऐलान करेगी. कहा जा रहा है कि इस उपचुनाव में भाजपा कोई गलती नहीं करना चाहती, क्योंकि लोकसभा चुनावों में यूपी में भाजपा की हार की एक बड़ी वजह प्रत्याशियों का चयन भी रहा था.
गुटबाजी को लेकर भाजपा गंभीर
लोकसभा चुनाव में गुटबाजी के चलते भी भाजपा को बहुत नुकसान हुआ. उपचुनाव में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो इसको लेकर सीएम योगी ने स्वयं कमान संभाल ही है. उन्होंने जिन सीटों पर उपचुनाव होना है, वहां के सभी समीकरणों की जानकारी संगठन से मांगी है.
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इन सीटों पर होगा उपचुनाव
यूपी में जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर सीट का नाम शामिल है.