रायबरेली: अमेठी हत्याकांड के पीड़ित परिजनों की योगी सरकार ने आर्थिक मदद की है. साथ ही पीड़ित परिजनों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का भी लाभ दिया जाएगा. रविवार को ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय और यूपी सरकार में मंत्री राकेश सचान ने पीड़ित परिजनों से भेंटकर उन्हें 38 लाख रुपये का चेक सौंपा. इस दौरान परिजनों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर और 5 बीघा जमीन के भी कागजात सौंपे गए.
पीड़ित परिजनों को 5 लाख रुपये मुख्यमंत्री विवेकाधीन फंड से, जबकि 33 लाख रुपये सरकार ने अपने स्तर से राहत के तौर पर दिए हैं. इसके अलावा मृतक शिक्षक के परिजनों को सीएम आवास योजना के तहत एक पक्का घर और 5 बीघा जमीन भी आवंटित की गई है.
यूपी के सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने दलित शिक्षक, उसकी पत्नी व बच्चों की हत्या मामले को बहुत गंभीरता से लिया है. वह स्वयं इस मामले की निगरानी कर रहे हैं. शिशिर सिंह ने बताया कि शिक्षक के परिजनों की आर्थिक मदद करने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीएम योगी ने जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं.
सीएम योगी ने की थी पीड़ित परिजनों से भेंट
शुक्रवार को सीएम योगी ने अमेठी हत्याकांड के पीड़ित परिजनों से भेंट की थी. इस दौरान उनके साथ रायबरेली की ऊंचाहार विधानसभा सीटे से विधायक मनोज पांडेय भी मौजूद रहे थे. सीएम योगी ने पीड़ित परिजनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया था.
आरोपी चंदन वर्मा गिरफ्तार
बता दें कि बीते गुरुवार की शाम अमेठी जिले में दलित शिक्षक सुशील, उसकी पत्नी पूनम और दो बच्चियों की चंदन वर्मा नाम के युवक ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद पुलिस ने उसे प्रयागराज से दिल्ली जाने के क्रम में जेवर टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार के बाद चंदन ने पुलिस टीम पर फायरिंग करने का भी प्रयास किया था. इस दौरान हुई मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी थी.
चंदन पर पूनम को परेशान करने का आरोप
18 अगस्त को पूनम ने चंदन पर छेड़छाड़ करने और धमकी देने के आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी थी. पूनम की मां ने बताया कि चंदन मेरी बेटी को गंदी-गंदी फोटो भेजकर परेशान करता था. साथ ही वह सुलह करने का दबाव बनाता था. पूनम की मां ने कहा कि चंदन ने सुलह न करने पर मेरी बेटी, दामाद और उनके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी थी.