नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद 15 और 16 अक्टूबर को पाकिस्तान के दौरे पर रहेंगे. इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया को दी है. मीडिया के साथ जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण होने वाले है. वह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन की बैठक में भारत का प्रतिनिधिधित्व करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि एस जयशंकर का यह दौरा शांति की पहल के रूप में नहीं है. बल्कि वह SCO शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जा रहा है. क्योंकि इस बार शिखर सम्मेलन की मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है, इस लिहाज से विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद भी पाकिस्तान का दौरा करेंगे. प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत एससीओ समिट को बहुत गंभीरता से लेता है. क्योंकि क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और आर्थिक विकास को गति देने के लिए शंघाई सहयोग संगठन ( SCO) एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संगठन है.
तनावपूर्ण हैं भारत-पाकिस्तान के रिश्ते
पुलवामा हमले के बाद फरवरी 2019 से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तनावपूर्ण है. भारत ने हमेशा से ही पाकिस्तान के साथ रिश्ते अच्छे रखने का प्रयास किया है. लेकिन पाकिस्तान अपने देश में पनप रहे आतंक की नर्सरी पर लगाम लगाने में असमर्थ रहा है. हालांकि शंघाई सहयोग संगठन समिट 2024 की मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है, इसलिए विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद पाकिस्तान के दौरे पर जा रहे हैं. MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है कि भारत यूरेशिया में शांति, सुरक्षा और विकास का वातावरण चाहता है. यही वजह है कि भारत SCO को अधिक महत्व देता है.
शंघाई सहयोग संगठन ( SCO) का उद्देश्य
शंघाई सहयोग संगठन ( SCO) 8 देशों का एक अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं. जिसमें भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और कज़ाखस्तान देश शामिल हैं. SCO का उद्देश्य यूरेशिया क्षेत्र की सुरक्षा, आपसी सहयोग, आर्थिक विकास, चुनौतियों और खतरों से मुकाबला, व्यापार, सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग को बढ़ाना है. इस संगठन का मुख्यालय चीन की राजधानी बीजिंग में है. भारत SCO का 2005 में सदस्य बना था. जबकि स्थाई सदस्यता 2017 में मिली थी.