लद्दाख: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज गुरुवार को दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थिति युद्ध क्षेत्र सियाचिन का दौरा किया. राष्ट्रपति का लद्दाख के उपराज्यपाल बीडी शर्मा ने स्वागत किया. जिसके बाद उन्होंने सियाचिन बेस कैंप पहुंचकर सैनिकों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कुछ समय जवानों के साथ बिताया और उनसे बातचीत भी की.
बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित युद्ध क्षेत्र है. यह युद्ध क्षेत्र भारत के बहादुर जवानों के पराक्रम का गवाह रहा है. अभी तक देश के तीन राष्ट्रपति सियाचिन पहुंच चुके हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पहले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भी सियाचिन का दौरा कर चुके हैं.
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जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज गुरुवार 26 सिंतंबर 2024 को सियाचिन बेस कैंप पहुंची थीं, वहीं, इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मई 2018 व डॉ एपीजे अब्दुल कलाम अप्रैल, 2004 में सियाचिन पहुंचे थे. सियाचिन बेस कैंप 20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यहां चौबीसों घंटे भारतीय जवान पहरा देते हैं. 13 अप्रैल, 1984 को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन मेघदूत’ चलाकर सियाचिन ग्लेशियर पर अपना पूर्ण नियंत्रण स्थापित किया था.