भदोही: नाबालिग घरेलू काम करने वाली लड़की की आत्महत्या मामले में सपा विधायक जाहिद बेग और उनका परिवार पूरी तरह फंस गया है. गुरुवार को अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद विधायक और उनके बेटे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. शुक्रवार को जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर विधायक को नैनी सेंट्रल जेल और उनके बेटे जईम बेग को वाराणसी जिला कारागार भेजा गया है.
जेलर ने बताया कि सपा विधायक जाहिद बेग को नैनी सेंट्रल जेल यानी प्रयागराज भेजा गया है, जबकि इसी मामले में आरोपित उनके अधिवक्ता बेटे जईम बेग को वाराणसी केंद्रीय जेल भेजा गया है. विधायक को रात में खाने के लिए चावल, दाल, रोटी और सब्जी और सुबह नाश्ते में जेल मैनुवल के अनुसार चाय, चना और गुड़ दिया गया. विधायक और उनके बेटे को विशेष सुरक्षा में अलग-अलग वाहनों में नैनी और वाराणसी सेंट्रल जेल भेजा गया.
उल्लेखनीय है कि, पुलिस ने इसी मामले में विधायक, उनकी पत्नी और बेटे पर मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस पहले ही बेटे को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि विधायक ने गुरुवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर जेल भेज दिया गया था.
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अभी तक उनकी पत्नी सीमा बेग फरार हैं. वहीं, शुक्रवार को विधायक और उनके 50 अज्ञात समर्थकों पर एक और मुकदमा दर्ज हो गया है. अदालत परिसर में ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों से धक्का मुक्की, मारपीट और वर्दी फाड़ने का आरोप लगा है. इस मामले में विधायक को जहां नामजद किया गया है वहीं 50 अज्ञात समर्थकों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
इनपुट; हिन्दुस्थान समाचार