कोलकाता: पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों द्वारा 41 दिनों से जारी हड़ताल अब समाप्त होने जा रही है। यह हड़ताल 9 अगस्त को कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर के विरोध में शुरू हुई थी। हड़ताली डॉक्टरों ने आंशिक रूप से हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया है, लेकिन वे फिलहाल केवल इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं के लिए ही काम करेंगे।
जरूरी सेवाओं में वापसी, ओपीडी सेवाएं बंद
डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि OPD सेवाएं अभी बहाल नहीं होंगी, वे केवल इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं के लिए काम करेंगे। डॉक्टरों का कहना है कि वे शनिवार से वापस काम पर लौटेंगे, लेकिन उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक पीड़ित डॉक्टर को न्याय नहीं मिलता।
#WATCH | Kolkata, West Bengal | Dr Aqeeb says, “On the 41st day of the protest, West Bengal Junior Doctors Front wants to say that we achieved a lot during our agitation, but many things remain unachieved… We made the Kolkata Commissioner of Police resign and the DME, DHS… https://t.co/ESVrACsWF1 pic.twitter.com/doJGiK1Qq3
— ANI (@ANI) September 19, 2024
डॉ. अकीब ने कहा, “विरोध के 41वें दिन, पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट यह कहना चाहता है कि हमने अपने आंदोलन के दौरान बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन कई चीजें अभी भी अप्राप्त हैं. हमने कोलकाता के पुलिस आयुक्त और डीएमई, डीएचएस को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आंदोलन खत्म हो गया है। हम इसे नए तरीके से आगे बढ़ाएंगे।
हम शनिवार को काम पर लौट रहे हैं और आवश्यक सेवाएँ फिर से शुरू कर रहे हैं। ओपीडी और ओटी सेवाएं निलंबित रहेंगी क्योंकि हम चाहते हैं कि महिला सहकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए जाएं। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
5 मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन
जूनियर डॉक्टरों की इस हड़ताल के पीछे 5 प्रमुख मांगें थीं, जिनमें से 3 को ममता बनर्जी सरकार ने मान लिया है।
- ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर के बाद साक्ष्यों को नष्ट करने वालों को सजा दी जाए।
- मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
- पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम का इस्तीफा।
- स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
- सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में धमकी और डराने-धमकाने की संस्कृति को समाप्त किया जाए।
ममता बनर्जी ने कोलकाता CP और ACP को हटाया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। इसके बाद, सरकार ने डॉक्टरों की कुछ प्रमुख मांगों को मान लिया। पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और कोलकाता पुलिस के उपायुक्त (उत्तर) को हटा दिया गया है, जिनपर पीड़ित परिवार ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था। इसके साथ ही चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सेवा निदेशक को भी पद से हटा दिया गया है।
CBICBI मामले की जांच जल्द से जल्द करे
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वे चाहते हैं कि CBI इस मामले की जांच जल्द से जल्द करे। विरोध-प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर आज दोपहर CBI ऑफिस तक मार्च निकालेंगे और अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी जूनियर डॉक्टर्स स्वास्थ्य भवन के बाहर एकत्र होंगे और वहीं पर अपना धरना-प्रदर्शन समाप्त करेंगे, लेकिन न्याय मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
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