आगरा: ताजमहल में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की मांग को लेकर चल रहे विवाद में योगी यूथ ब्रिगेड को बड़ी जीत मिली है। कोर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की अपील खारिज कर दी है। कोर्ट ने यूनियन ऑफ इंडिया को पक्षकार बनाने का आदेश देते हुए अगली सुनवाई की तारीख तय कर दी है। ये मामला ताजमहल को ‘तेजोमहालय’ बताकर जल और दुग्धाभिषेक की अनुमति मांगने को लेकर दायर किया गया था।
योगी यूथ ब्रिगेड की मांग
योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने सावन माह में एक वाद दायर किया था, जिसमें ताजमहल को ‘तेजोमहालय’ बताते हुए भगवान महादेव के जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की अनुमति की मांग की गई थी। इस मामले की सुनवाई आगरा की लघुवाद न्यायालय में हो रही थी, जहां जज मृत्युंजय श्रीवास्तव की कोर्ट में ASI की आपत्ति और अपील पर बहस हुई थी।
हिंदू पक्ष का तर्क पर ASI की अपील खारिज
ASI ने अपनी अपील में तर्क दिया था कि ताजमहल एक संरक्षित स्मारक है, और ASI के अधीक्षण पुरातत्वविद पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता। ASI ने मामले में भारत सरकार को प्रतिवादी बनाए जाने की अपील की थी। ASI के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल के वकील विवेक कुमार ने कोर्ट में आपत्ति दर्ज की थी, जिसमें कहा गया कि सरकारी अधिकारी पर मुकदमा नहीं चल सकता।
वहीं, हिंदू पक्ष के वकील ने तर्क दिया कि धारा 80 cpc के तहत सरकारी अधिकारी पर मुकदमा किया जा सकता है, बशर्ते कि नोटिस दिया गया हो। हिंदू पक्ष ने मांग की थी कि ताजमहल को तेजोमहालय मानकर यहां भगवान शिव के जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की अनुमति दी जाए।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को प्रतिवादी बनाने का आदेश
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद जज मृत्युंजय श्रीवास्तव ने ASI की अपील को खारिज करते हुए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को प्रतिवादी बनाने का आदेश दिया। कोर्ट ने यह भी कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई तय समय पर की जाएगी। कोर्ट का यह फैसला योगी यूथ ब्रिगेड के लिए बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि उनकी मांग पर कोर्ट ने ASI की अपील को खारिज कर दिया है।
13 सितंबर को कोर्ट ने सुरक्षित रख लिया था फैसला
इस मामले की अंतिम सुनवाई 13 सितंबर को हुई थी, जिसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। सोमवार को कोर्ट ने यह फैसला सुनाया, जिसमें ASI की अपील को खारिज कर दिया गया और मामले में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को प्रतिवादी बनाने की अनुमति दी गई।
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