लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में हुए लूट कांड के मुख्य आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर राजनीतिक बयानबाजी के बीच प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP )प्रशांत कुमार ने बड़ा बयान दिया है। DGP ने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग किसी जाति या अन्य कारकों के आधार पर काम नहीं करता है। उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं। DGP प्रशांत कुमार ने दावा किया कि मंगेश यादव इस लूट में शामिल था और पुलिस के पास इसके ठोस प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई निष्पक्ष और साक्ष्य-आधारित होती है।
लखनऊ: UP डीजीपी प्रशांत कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडीजी एलो अमिताभ एस व एडीजी ज़ोन लखनऊ एसबी शिरोडकर मौजूद,
आप सबको विदित है 28 अगस्त 2024 को सुल्तानपुर के घंटाघर में दिन में 12 बजकर 45 दिन दहाड़े ज्वेलर्स के वहाँ डकैती हुई थी,
अब तक जो कार्यवाई की गई है… pic.twitter.com/vHaj0xUszu— Roshan Kumar Journalist (@cameraman_r) September 12, 2024
DGP प्रशांत कुमार ने वारदात वाले दिन का सीसीटीवी फुटेज दिखाते हुए कहा कि मंगेश यादव खुद हेलमेट पहनकर दुकान में लूटपाट कर रहा था। उन्होंने बताया कि घटना में लूटे गए सोने की पूरी बरामदगी हो चुकी है। DGP ने यह भी कहा कि किसी भी एनकाउंटर में पुलिस जवाबी फायरिंग करती है और ऐसे ऑपरेशनों में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का पालन किया जाता है।
बहुत बड़ी खबर :
सुल्तानपुर की डकैती में मंगेश यादव दुकान के अंदर शामिल था, पुलिस के पास कई CCTV मौजूद।
दुकान की रैकी का भी CCTV मौजूद-
परिवार के वीडियो आए सामने। pic.twitter.com/xhS7kAjK4j
— Sudhir Mishra 🇮🇳 (@Sudhir_mish) September 12, 2024
गुरुवार को DGP प्रशांत कुमार और ADG कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुल्तानपुर की लूट की घटना से पहले दो बार रेकी की गई थी। उन्होंने कहा कि आरोपियों के कब्जे से करीब ढाई किलो सोना बरामद किया गया है। अमिताभ यश ने बताया कि 28 अगस्त को विपिन सिंह के गैंग ने सुल्तानपुर में करोड़ों की लूट की थी। यह गैंग पहले भी लखनऊ और सूरत में वारदात कर चुका है। लूट में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई थी, जिसमें मंगेश यादव की भूमिका थी। भागने के लिए गैंग ने बोलेरो गाड़ी का इस्तेमाल किया। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपियों को ट्रैक कर सभी साक्ष्य जुटाए। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद लूटी गई चांदी, सोना और नकदी भी बरामद की गई।
अभी टीम के कुछ सदस्य फरार हैं, जिनमें अंकित, अरबाज, फुरकान, अजय, और अनुज प्रताप सिंह शामिल हैं। वहीं, विपिन सिंह से पूछताछ के बाद दुर्गेश, अरविंद और विवेक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी ने मिलकर गिरोह बनाकर घटना को अंजाम दिया था। दुकान के अंदर फुरकान, अनुज, अरबाज, मंगेश, और अंकित घुसे थे, जबकि विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद, विवेक और दुर्गेश दुकान के आसपास घेराबंदी किए हुए थे ताकि कोई भी समस्या होने पर ये लोग फायर कर सकें और पुलिस से बच निकलने का रास्ता बना सकें। सभी आरोपियों की गतिविधियों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास मौजूद हैं।
DGP प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस जनता की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है और अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस का उद्देश्य व्यापारी और इंडस्ट्री के लिए भयमुक्त माहौल बनाना है।
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