गोरखपुर: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज शनिवार को गोरखपुर पहुंचे। यहां उनका एयरपोर्ट पर सीएम योगी ने स्वागत किया। गोरखपुर पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गोरखपुर में बने सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया। इस स्कूल का शिलान्यास 23 जुलाई 2021 को हुआ था। विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को शिक्षा दी जाएगी। साथ ही यहां छात्रों के लिए आवासीय सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
#WATCH गोरखपुर: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया। pic.twitter.com/AUq5L3YFDR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2024
सैनिक स्कूल सोसाइटी करेगी विद्यालय का संचालन
गोरखपुर में बने सैनिक स्कूल का संचालन सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा किया जाएगा। यह विद्यालय पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला सैनिक स्कूल है। जबकि उत्तर प्रदेश में यह दूसरा विद्यालय है। सैनिक सोसाइटी इस विद्यालय का संचालन ‘युवाओं को शिक्षा, देश की रक्षा’ के ध्येय के साथ करेगी।
प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मिलेगा एडमिशन
सैनिक स्कूल में कक्षा 6 और 9 के छात्र प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। इस विद्यालय का सत्र पहली जुलाई से ही प्रारंभ हो चुका है। विद्यालय के प्रथम सत्र में कक्षा 6 और 9 में क्रमश: 84-84 विद्यार्थियों को प्रवेश मिला है। जिसमें से 40 छात्राएं और 128 छात्र शामिल हैं। जिनके लिए अलग-अलग कैंपस का भी निर्माण किया गया है। विद्यालय में विद्यार्थियों के चयन के समय उनकी बौद्धिक क्षमता के साथ-साथ उनकी शारीरिक क्षमताओं को भी परखा जाएगा।
सैनिक स्कूल का उद्देश्य
सैनिक स्कूल का उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें सशस्त्र सेनाओं में जाने के लिए तैयार करना है। यहां पढ़ने वाले छात्रों को सशस्त्र सेनाओं के अधिकारी वर्ग में चयन हो सके इसके लिए उन्हें एनडीए के लिए तैयार करना है।
सैनिक स्कूल में सुविधाएं
सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्राओं को पुस्तकालय, प्रयोगशाला, छात्रावास, कांफ्रेंस हाल, योग केंद्र, तारण ताल, सीएसडी कैंटीन आदि कि सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही खेलने के लिए फुटबॉल, टेनिस, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन कोर्ट भी बनाए गए हैं। वहीं, विद्यालय परिसर में 4 छात्रावासों का भी निर्माण किया गया है, जो अमर बलिदानी भगत सिंह, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, बंधु सिंह व वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के नामों से जाने जाएंगे।