कुशीनगर: भारतीय बौद्ध सर्किट के नए पर्यटन सीजन में वियतनामी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, वियतनाम की मीडिया और टूरिज़्म ऑपरेटरों का एक संयुक्त दल ने शुक्रवार को कुशीनगर का दौरा किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य यात्रा के दौरान परिवहन की स्थिति, भविष्य की योजनाओं की तैयारी, और पर्यटन संबंधी आधारभूत संसाधनों की स्थिति का अवलोकन करना था।
दौरे के दौरान, दल ने कुशीनगर के प्रमुख बौद्ध स्थलों जैसे महापरिनिर्वाण मंदिर, महापरिनिर्वाण स्तूप, मांथाकुंवर मंदिर का निरीक्षण किया। इसके अलावा, उन्होंने होटल्स, राजकीय होटल, पार्किंग, कैफेटेरिया, और प्रसाधन की स्थिति का भी जायजा लिया। दल ने बौद्ध थीम पार्क, बौद्ध विपश्यना केंद्र, बुद्धा पार्क, और इंटरप्रिटेशन सेंटर का भी अवलोकन किया।
वियतनाम के दल ने अपनी रिपोर्ट भारतीय बौद्ध सर्किट की सुविधाओं और यात्रा के अनुभव के आधार पर वियतनाम की सरकार को सौंपने का निर्णय लिया। इस रिपोर्ट के आधार पर वियतनाम की सरकार भारतीय अधिकारियों को अपने नागरिकों के हितों और सुविधाओं के बारे में सुझाव प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त, दल वियतनाम में जागरूकता कार्यक्रम चलाएगा, जिससे वहां के नागरिक भारतीय बौद्ध सर्किट की यात्रा के महत्व को समझ सकें।
राजकीय होटल पथिक निवास में ठहरे दल का स्वागत जिला प्रशासन की ओर से पर्यटक सूचना अधिकारी डाॅ. प्राण रंजन, होटल स्टाफ रितेश कुमार दुबे, सत्येंद्र सिंह, मुमताज अली, और नथुनी ने किया। पर्यटन मंत्रालय के कुंदन कुमार ने दल को गाइड किया और उन्हें विभिन्न पर्यटन स्थलों की जानकारी दी। दल ने कुशीनगर का दौरा करने के बाद वृहस्पतिवार को वाराणसी के लिए प्रस्थान किया।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र कुमार ने जानकारी दी कि भारत सरकार बौद्ध देशों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है। वियतनामी दल का यह दौरा इसी पहल का हिस्सा है, जिससे नए पर्यटन सीजन में विदेशी सैलानियों की संख्या में काफी वृद्धि की उम्मीद है।
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