कौशांबी: इन दिनों यूपी के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों ने आतंक मचा रखा है। बहराइच के बाद आदमखोर भेड़ियों का कहर कौशांबी तक पहुंच गया है। यहां बीती रात बुधवार को एक नरभक्षी भेड़िए ने अलग-अलग गांवों में कई लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। जिसके सभी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच गुरुवार को एक सियार दिन में एक गांव में घुस आया। ग्रामीणों ने उसे भेड़िया समझकर पीट-पीट कर मार डाला। जिसके बाद पुलिस और वन विभाग को मामले की सूचना दी।
बीती रात आदमखोर भेड़िए ने कौशांबी के ससुर खदेरी नदी के किनारे बसे कई गांवों में दस्तक दी। नरभक्षी भेड़िए ने यहां करारी थाना क्षेत्र के निवारी और मंझनपुर के खोजवापुर गांवों में अलग-अलग जगहों पर महिलाओं और खेत में काम कर रहे लोगों पर हमला किया। गनीमत रही कि आदमखोर भेड़िया यहां किसी को अपना निवाला नहीं बना सका। लेकिन उसके हमले में महिलाएं व पुरुष समेत 8 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।
भेड़िए के हमले की दहशत के चलते कई गांव के लोगों ने रात जाग कर गुजारी। ग्रामीणों के बीच भेड़िए के हमले को लेकर गुस्सा था। इस बीच दिन में ही सियार गांव पहुंच गया। ग्रामीणों ने सियार को भेड़िया समझ कर उसे खेत में घेर लिया। ग्रामीणों ने सियार को लाठी डंडों से पीट-पीटकर मार डाला। जिसके बाद ग्रामीणों ने डीएफओ आरएस यादव और करारी थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी।
मौके पर पहुंची वन विभाग और पुलिस टीम ने ग्रामीणों को बताया यह भेड़िया नहीं सियार है। वन विभाग की टीम ने सियार के शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। वहीं, ग्रामीणों में अभी भी इलाके में भेड़िया होने की आशंका बनी हुई है। मामले में डीएफओ ने बताया कि इलाके में वन विभाग के कर्मियों को भेड़ियों की चहल कदमी को लेकर जानकारी के लिए लगाया गया है।
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इन गांवों में भेड़िए ने लोगों पर किया हमला
हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी के अनुसार, बीती बुधवार की रात ससुर खदेरी नदी के किनारे बसे गांव निवारी, मंझनपुर, खोजवापुर गांव में नरभक्षी भेड़िया पहुंच गया। यहां उसने शिवकरन के तीन साल के मासूम बेटे प्रियांश पर हमला किया। इसके बाद नदी किनारे बकरी चराने गए रामदास पर हमला किया। इस दौरान आदमखोर भेड़िए ने बकरियों पर हमला कर उन्हें अपना शिकार बनाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों के शोर मचाने के चलते भेड़िया भाग गया। बीती रात अंधेरे में आने-जाने वालों की सुरक्षा के लिए लाठी डंडे हाथ में लेकर हल्ला मचाते हुए चल रहे है।