लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज शिक्षक दिवस पर देश के सबसे बड़े काव्योत्सव ‘कवि कुम्भ’ का आयोजन कर रही है, जो प्रयागराज महाकुम्भ-2025 का आगाज माना जा रहा है। यह 3 दिवसीय आयोजन 5 सितंबर से 7 सितंबर तक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मर्करी हॉल में होगा। इस महा काव्योत्सव में देशभर के 340 से अधिक कवि एवं कवयित्रियाँ शामिल होंगी। आयोजन का उद्देश्य महाकुंभ की महिमा को कविताओं के माध्यम से आम जनमानस तक पहुँचाना और स्थापित एवं नवोदित कवियों के बीच संवाद स्थापित करना है।
देश के सुप्रसिद्ध कवि बनेंगे हिस्सा
इस काव्योत्सव के अंतर्गत 5 और 6 सितंबर को रात 9:30 बजे अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें देश के सुप्रसिद्ध कवि, जैसे कि डॉ. अनामिका जैन अम्बर, डॉ. हरिओम पवार, कविता तिवारी, संतोष आनंद, डॉ. प्रवीन शुक्ल आदि अपनी कविताओं का पाठ करेंगे। आयोजन का उद्देश्य राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रवाद, धर्म, और महिलाओं के प्रति सम्मान को जागृत करने वाली कविताओं को प्रोत्साहन देना है।
प्रतिष्ठित कवि नवोदितों को मंच से सिखाएंगे गुर
कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति विभाग, हिंदी साहित्य अकादमी और संस्कार भारती के सहयोग से किया जा रहा है। इसके अंतर्गत काव्य मंथन, साहित्य से संबंधित सेमिनार, और नवोदित कवियों के लिए व्याख्यान आयोजित होंगे, जहाँ प्रतिष्ठित कवि नवोदितों को मंच के गुर सिखाएंगे।
सोशल मीडिया चैनलों पर होगा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण
इस कार्यक्रम में महाभारत के युद्धिष्ठिर और द्रोण, मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा, आचार्य प्रमोद कृष्णम, और प्रसिद्ध फिल्मी गीतकार एएम तुराज़ जैसी हस्तियाँ भी शामिल होंगी। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण विभाग के यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर किया जाएगा, ताकि आम जनमानस भी इस ऐतिहासिक काव्योत्सव से जुड़ सके।
हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित तीसरा कवि कुम्भ – संयोजक
आयोजन के संयोजक कवि सौरभ जैन सुमन के अनुसार, यह हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित तीसरा कवि कुम्भ है, जो इससे पहले दो बार हस्तिनापुर में आयोजित हुआ था। यह देश का पहला ऐसा काव्योत्सव है, जिसमें लगभग देश के 350 कवि पाठ करेंगे। इस बार का आयोजन विशेष रूप से महाकुंभ 2025 की शुरुआत को दर्शाता है और देशभर के कवियों को एक मंच पर लाकर कवि और कवयित्रियों के बीच एक सेतु का काम करेगा।
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