हरिद्वार: आज सोमवार को सोमवती अमावस्या के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। इस दौरान गंगा तट हरकी पैड़ी पर आस्था का भारी संगम देखा गया। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर गंगा तट पर दान-पुण्य और पितरों को पिंडदान कर उनका आशीर्वाद किया। अनुमान के अनुसार, अबकी बार सोमवती अमावस्या के अवसर पर 10 लाख से अधिक लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।
सोमवती अमावस्या को देखते हुए हरिद्वार में सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पूरे मेला क्षेत्र को 14 जोन व 39 सेक्टरों में बांटा था। साथ ही श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए यातायात पुलिस ने बेहतर प्रबंध किए थे।
आज सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर हरिद्वार हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर उमड़ा आस्था का जन सैलाब।
उत्तराखण्ड पुलिस का पूरा प्रयास कि लोग सुगमता व सुव्यवस्थित ढंग से स्नान कर अपने गंतव्यों को प्रस्थान करें।#UttarakhandPolice pic.twitter.com/xDHsyWpQk6
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) September 2, 2024
मान्यता है कि सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान और दान करने से सभी मान्यताएं पूरी होती हैं। साथ ही इस दिन गंगा घाट पर पितरों को पिंडदान व तर्पण करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है तथा पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है।
यह भी पढ़ें: कुंभ मेला 2025 की तैयारियां- पौराणिक महत्व वाले मंदिरों का होगा सौंदर्यीकरण, श्रद्धालुओं की सुविधाओं को होंगे उचित इंतजाम
सोमवती अमावस्या का महत्व
महाभारत काल में भीष्म पितामह ने शय्या पर पड़े हुए सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा की थी। मान्यता है कि सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति को अश्वमेध यज्ञ के समान फल मिलता है। वहीं, आज के दिन पितरों को ध्यान पर पिंडदान व तर्पण करने व पीपल की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।