नई दिल्ली: देश के दिग्गज पत्रकार, लेखक उमेश उपाध्याय का रविवार को एक दुर्घटना में निधन हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही मीडिया, राजनीति और उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उन्हें पत्रकारिता और मीडिया कम्युनिकेशन स्ट्रेटजी के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त थी। वर्तमान में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रचार टोली के सदस्य भी थे।
घर निर्माण के दौरान घटी दुर्घटना
दिल्ली के वसंत कुंज में स्थित अपने घर के निर्माण के दौरान उमेश उपाध्याय चौथी मंजिल से नीचे गिर पड़े थे। जिसमें चलते वह बुरी तरीके से घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल लाया गया, लेकिन उनकी जान को नहीं बचाया जा सका। वरिष्ठ पत्रकार के इस प्रकार से देवलोक गमन से उनके चाहने वालों को बीच शोक की लहर दौड़ गई।
पीएम मोदी ने निधन पर जताया दुख
पीएम मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा कि डिजिटल मीडिया से लेकर टेलीविजन के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक उमेश उपाध्याय जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ओम शांति!
डिजिटल मीडिया से लेकर टेलीविजन के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक उमेश उपाध्याय जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ओम…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2024
पिछले 4 दशकों से पत्रकारिता क्षेत्र में थे सक्रिय
वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय का जन्म 1958 में मथुरा में हुआ था। उन्होंने 1980 के दशक में पत्रकारिता प्रारंभ की। पत्रकारिता में आने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी बौद्धिक क्षमता के आधार पर वह लगातार कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते चले गए। उन्होंने देश के कई बड़े मीडिया समूहों में बड़े पदों पर काम किया। पत्रकारिता के साथ-साथ उन्होंने लेखन कार्य भी किया और रिलायंस जैसे बड़े समूह में सलाहकार भी रहे।
संघ से रहा जुड़ाव
उपाध्याय जी का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव एक लंबे अरसे से था। वह संघ के प्रचार विभाग से जुड़े थे। शुरुआती दिनों में जब प्रिंट मीडिया का बोल बाला था, तब आप ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के महत्व को लोगों से सामने रखा और उसे आगे बढ़ाया। आप ने अपने प्रयासों से टीवी पत्रकारिता, डिजिटल मीडिया, रेडियो, शॉर्ट फिल्म, स्तंभ लेखक को नया आयाम दिया।
कई पुस्तकों का किया लेखन
उपाध्याय जी की लेखन में गहरी रुची थी। उनके लेख में भारत के प्रति उनका प्रेम और समर्पण झलकता था। उनकी लिखी पुस्तक ‘वेस्टर्न मीडिया नैरेटिव्स ऑन इंडिया’ और ‘फ्रॉम गांधी टू मोदी” ने काफी ख्याति प्राप्त की।
ऋतम् डिजिटल मिडिया फाऊंडेशन के रहे डायरेक्टर
उमेश उपाध्यायजी ऋतम् डिजिटल मिडिया फाऊंडेशन के डायरेक्टर पद को भी सुशोभित किया। उन्होंने अपनी सक्रिय भागीदारी से ऋतम् ऐप के विकास में बड़ा योगदान दिया। उनके प्रयासों से ऐप को एक नई दिशा मिली। जिससे ऐप अधिक से अधिक लोगों को फोन तक पहुंच सका। यह सब उनकी डिजिटल मीडिया के प्रति दूरगामी सोच का ही नतीजा था।