नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव बंगाल में देखने को मिल रहा है। ममता सरकार पर विपक्षी दल हमलावर हैं। इसी बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समाचार एजेंसी पीटीआई को साक्षात्कार देते हुए कोलकाता की इस घटना को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिससे ममता सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बंगाल की घटना पर दुख और गुस्सा जताते हुए कहा कि इन घटनाओं से मैं स्तब्ध और भयभीत हूं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने साक्षात्कार में बंगाल की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सभ्य समाज में इस तरह की घटनाएं स्वीकार और बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। उन्होंने आगे कहा कि समाज को ईमानदारी पूर्वक निष्पक्ष मूल्यांकन की आवश्यकता है। हमें आत्मचिंतन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक घटिया मानसिकता महिलाओं को कमजोर, असक्षम और कम बुद्धिमान समझती है। दिल्ली के निर्भया कांड का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 12 सालों में अनगिनत दुष्कर्म हुए हैं। जिन्हें समाज भूल चुका है। राष्ट्रपति ने इसे महिला अपराधों के प्रति गैर जिम्मेदारी रवैया अपनाए हुए समाज की सामूहिक बीमारी बताया।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बंगाल घटना को लेकर देश भर में जारी विरोध प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि जहां कोलकाता में छात्र, डॉक्टर और सामान्य नागरिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। इसलिए यह घटना हमें भयभीत और स्तब्ध कर रही है। सभ्य समाज अपने बहन-बेटियों के साथ इस प्रकार की बर्बरता कभी बदार्शत नहीं कर सकता।