Ayodhya News- आज शुक्रवार को श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक का शुभारंभ किया गया। जिसमें राम मंदिर और श्रीराम जन्मभूमि परिसर में निर्माण कार्य को लेकर चर्चा की गई। इसके पूर्व निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने श्रमिकों की कम संख्या और उनके काम को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है, कि हमारा लक्ष्य की दिसंबर 2024 तक मंदिर निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाए।
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सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद से यूपी की अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में निर्माण कार्य किया जा रहा है। 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा होने के बाद से लगातार कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में तीन दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया। निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने कहा, कि प्रथम तल पर हम लगभग 90% कम कर चुके हैं, लेकिन द्वितीय तल और शिखर पर निर्माण कार्य किया जाना है। द्वितीय तल पर गर्भगृह के प्रयोग करने को लेकर मंथन किया जा रहा है, क्योंकि भूतल के गर्भगृह में हमारे रामलला विराजमान हैं।
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उन्होंने यह भी बताया, कि अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन यह प्रयास अवश्य होगा कि द्वितीय तल के गर्भगृह में भी भगवान राम से संबंधित विभिन्न प्रदेशों की भाषाओं में लिखी रामायण और श्री रामचरितमानस को स्थापित किया जाए। उन्होंने यह भी बताया, कि इस पर भी विचार किया जा रहा है, कि रामचरितमानस की सबसे पुरानी प्रति तो ही यहां पर रखा जाए। इसके अलावा एक प्रस्ताव और है, कि वहां पर प्रभु श्रीराम का चरण बनाया जाए।