Lucknow News– उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम की शुरूआत करने जा रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के पर्यटन, संस्कृति और पारिस्थितिकी के समग्र विकास को बढ़ावा देना है। शोधकर्ताओं को राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के अवलोकन, निगरानी और मूल्यांकन का अवसर देना है। इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी 31 अगस्त तक वेबसाइट uptourism.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
प्रथाओं का अध्ययन करेंगे शोधकर्ता
बता दें, कि 75 जिलों वाले उत्तर प्रदेश में आज भी कई ऐसी ऐतिहासिक धरोहरें हैं, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। इन धरोहरों की खोज करने और उनके इतिहास को देश-दुनिया तक पहुंचाने के उद्देश्य से योगी सरकार मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप प्रोग्राम का संचालन करने जा रही है। इसके जरिए ऐसे इच्छुक लोगों को नियुक्त किया जाएगा, जो छुपी हुई धरोहरों को सबके सामने लाना चाहते हैं। चयनित शोधार्थी पर्यटन के क्षेत्र में विभिन्न राज्यों और देशों की सर्वोत्तम प्रथाओं का भी अध्ययन करेंगे और विभाग को उनके कार्यान्वयन के संदर्भ में सुझाव प्रदान करेंगे। इसके अलावा पर्यटन के क्षेत्र में विस्तार होने से राजस्व में भी सरकार को फायदा होगा।
संकलित किए जाएंगे आंकड़े
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया, कि इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी को चयन किया जाएगा। इच्छुक अभ्यर्थी 31 अगस्त तक वेबसाइट uptourism.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। चयनित शोधार्थियों द्वारा जिलाधिकारी, मंडलायुक्त तथा संबंधित पर्यटन विभाग के अधिकारी के पर्यवेक्षण के रूप में कार्य करना होगा। शोधार्थी द्वारा प्रदेश के भ्रमण पर आने वाले तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों के आंकड़ों का संकलन तथा पर्यटकों द्वारा की गई शिकायतों के निराकरण पर आवश्यक सहयोग प्रदान करना होगा। योजनाओं के कार्यान्वयन में आ रही चुनौतियों तथा पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए सुझाव भी देना होगा। इसके अलावा सौंपे गए अन्य कार्यों को भी करना होगा।
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सरकारी राजस्व में होगी वृद्धि
उन्होंने बताया, कि इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य योजनाओं का मूल्यांकन व संरचना करना, मेले-महोत्सवों की रूपरेखा तैयार कराने, पर्यटन क्षेत्र के अंतर्गत राजस्व वृद्धि एवं भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप पर्यटन क्षेत्र अंतर्गत योजनाओं की संरचना के कार्यों में पूर्ण सहभागिता का अवसर प्रदान करना है। विभिन्न राज्यों एवं देशों द्वारा की जाने वाली नवीन गतिविधियों का अध्ययन व सुझाव विभाग को प्रस्तुत किए जाने का लक्ष्य है।
युवाओं को मिलेंगे रोजगार
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया, कि आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की उम्र 40 वर्ष तक होनी चाहिए और उन्हें मान्यता प्राप्त संस्थान से न्यूनतम 60% अंकों के साथ स्नातक या उससे उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त होनी चाहिए। उन्होंने बताया, कि चयनित अभ्यर्थियों को पारिश्रमिक और भ्रमण भत्ता मिलेगा। इससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।