Lucknow News- लखनऊ में साइबर अपराधियों इस बार PGI अस्पताल की महिला डॉ रुचिका को डिजिटल अरेस्ट करके 2 करोड़ 81 लाख रुपये ठगे की है। 3 से 5 अगस्त तक डिजिटल अरेस्ट बनाए रखा। इस दौरान महिला और बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तारी कर डर दिखा कर 7 अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर करवाई गई। ठगों ने खुद को सीबीआई अफसर बताया था।
यह भी पढ़ें- लखनऊ: 15 अगस्त को फ्री में दिखाई जाएगी ‘फाइटर’ फिल्म, बच्चों के लिए आरक्षित होंगे सिनेपोलिस व फिनिक्स सिनेमा हॉल
6 दिनों तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट
लखनऊ में डिजिटल अरेस्ट करके ठगी का नया मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने PGI अस्पताल की महिला डॉक्टर को ही चपत लगा दी। ठगों ने डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 2 करोड़ 81 लाख रुपए 7 अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर करवाई गई। पुलिस के मुताबिक साइबर ठगों ने फर्जी सीबीआई अफसर बनकर डॉक्टर रुचिका टंडन को कॉल की थी। इसके बाद 6 दिनों तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट रखा। इस मामले साइबर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें- बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं के नरसंहार का काशी में विरोध, युवाओं ने जमकर की नारेबाजी
पुलिस के मुताबिक, सीबीआई अफसर बनकर ठगों द्वारा डॉ रुचिका टंडन को धमकाया गया। कहा गया, कि आरोपों के मामले में 22 बार शिकायते मिली हैं। फिर इसके बाद फर्जी सीबीआई अफसर ने रुचिका को डिजिटल अरेस्ट कर लिया। उसने जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनका नाम आने की बात भी कही। इस दौरान महिला और बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तारी कर डर दिखाया गया। जब तक डॉ रुचिका कुछ समझ पातीं, वो ठगी का शिकार हो चुकी थीं। साइबर पुलिस जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए, जिन नंबरों से कॉल आई है, उन सभी की जांच कर रही है।