उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इस्लाम धर्म की कट्टर प्रथा ने एक देढ़ महीने के मासूम की जान ले ली। मामला फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र का है। जहां पर मासूम बच्चे का खतना करने के दौरान नस कटने से अधिक रक्त स्राव हुआ और कुछ ही समय बाद उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। नाई के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।
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मासूम के नाजुक अंग से खून बहने हुई मौत
जानकारी के मुताबिक, फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र के रहने वाले रफीक अहमद के घर में पोते अरफान का जन्म हुआ था। घर में खुशियों का माहौल था। अरफान के डेढ़ महीने पूरे होने के बाद खतना करने के लिए 11 अगस्त को तिसुआ के रहने वाले नाई कबीर को बुलाया था। अरफान का खतना किया गया, लेकिन खतने के बाद मासूम के नाजुक अंग से खून बहना बंद नहीं हुआ। अधिक खून बह जाने की वजह से बच्चे की हालत खराब हो गई। उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
खुशियां मातम में बदली
वहीं, जिस घर में मासूम को लेकर खुशियां मनाई जा रही थी, अब वहां मातम का माहौल है। इसके बाद परिजनों ने नाई के खिलाफ फतेहगंज पूर्वी थाने में शिकायत दी। पुलिस ने खतना करने वाले नाई कबीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
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नाई के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस अधीक्षक दक्षिणी मानुष पारीक ने बताया, कि इस मामने में 12 अगस्त को रफीक अहमद से मिली तहरीर के आधार पर नाई के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। उन्होंने बताया, कि खतना के दौरान गलत नस काट देने के चलते डेढ़ महीने के मासूम की मौत से जुड़ा मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी नाई की तलाश की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।