मेरठ: सनातन धर्म में सावन माह सबसे पवित्र माना जाता है। वैसे तो सावन भर शिवालयों में भीड़ लगती है, लेकिन सावन का सोमवार सबसे विशेष होता है। सावन भर सनातन धर्मी सात्विक भोजन और भजन करते हैं। लेकिन सावन के पवित्र महीने में मेरठ जिले में शिक्षा के मंदिर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक प्राथमिक विद्यालय में तैनात मो. इकबाल नाम के हेड मास्टर ने मध्यान्ह भोजन में हिंदू बच्चों को मांस खिला दिया। जिससे हंगामा मच गया।
पूरा मामला मेरठ के वैदवाड़ा स्थित प्राइमरी स्कूल का है। यहां 20 छात्र पढ़ते हैं। लेकिन, बीते सोमवार को सिर्फ 6 छात्र आए थे, जिनमें से 2 हिंदू थे। यहां स्कूल के हेड मास्टर मोहम्मद इकबाल ने 2 छात्रों से मांस मंगवाया। फिर उसने मध्यान्ह भोजन योजना के तहत बनने वाले खाने के साथ, छात्रों को मांस भी खिला दिया।
सोमवार को आए कुल 6 छात्रों में से 2 हिंदू छात्र बुढ़ाना गेट जतीवाड़ा के रहने वाले थे, जो आपस में सगे भाई हैं। दोनों हिंदू भाइयों में से छोटा भाई मानसिक रूप से दिव्यांग है। आरोप है कि इसी का फायदा उठाकर स्कूल के हेड मास्टर इकबाल ने उसे मांस खिला दिया। जबकि, इकबाल ने उसके बड़े भाई से भी मांस खाने को कहा, लेकिन उसने मनाकर दिया।
घर पहुंचकर छात्र ने परिजनों से बताई पूरी बात
छात्र जब स्कूल से घर पहुंचा तो उसने अपने चाचा राकेश प्रजापति को प्रिंसिपल द्वारा छोटे भाई को मांस खिलाने की जानकारी दी। जिसके बाद छात्र के चाचा ने इस पूरी घटना की जानकारी इलाके के भाजपा पार्षद संदीप रेवड़ी को दी। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। साथ ही स्कूल के प्रिंसिपल की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर थाने में भी प्रदर्शन किया।
मामले पर क्या बोले बीएसए?
इस मामले पर जानकारी देते हुए मेरठ की बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने बताया क प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर द्वारा छात्रों से मांस मंगवाने व उन्हें खिलाने का मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल प्रिंसिपल मोहम्मद इकबाल को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच करने की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। वहीं, प्रिंसिपल ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।