Chitrakoot News- बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा और अत्याचार पर आधारित फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल मूवी के ट्रेलर को धर्म नगरी चित्रकूट में रिलीज किया गया है। श्री तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने इस फिल्म को रिलीज किया है। बता दें, कि इस फिल्म के निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह (वसीम रिजवी) एवं फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा हैं। वहीं, ट्रेलर में दिखाए गए हिंदुओं के साथ अत्याचार को देखकर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज भावुक हो गए।
यह भी पढ़ें- मौलवी ने पहले हिंदू किशोरी का कराया धर्म परिवर्तन…फिर मुस्लिम युवक के साथ करा दिया निकाह, 3 गिरफ्तार
फिल्म को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार ने किया टार्चर
आपको इस बात से अवगत करा दें, कि जितेन्द्र नारायण सिंह ने इस्लाम को छोड़कर हिंदू धर्म को अपनाया है। इसके बाद उन्होंने बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लोगों के सामने लाने के लिए द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल मूवी बनाने की शुरुआत की थी। फिल्म निदेशक सनोज मिश्रा के नेतृत्व में यह फिल्म बनाई गई है। इस फिल्म को बनाने में पश्चिम बंगाल की सरकार ने कई मुकदमें लगाकर उन्हें टॉर्चर भी किया। कड़े संघर्ष के बाद यह फिल्म बनकर तैयार हो गई है।
यह भी पढ़ें- साध्वी ऋतंभरा का हिंदुओं से एकजुट होने का आह्वान; बोलीं, ‘भारत हिन्दू राष्ट्र घोषित हो’
जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने फिल्म को किया लांच
हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर बनी इस फिल्म के ट्रेलर को जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने लांच किया है। इसमें बांग्लादेश की उस घटना का भी जिक्र किया गया है, जिसमें एक हिंदू परिवार को मुस्लिमों द्वारा काफिर बताकर पूरे परिवार की हत्या कर दी जाती है और एक 14 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया जाता है। इससे उस वक्त लड़की की मां उन हैवानों से कहती है, कि उसके साथ एक साथ नहीं बल्कि बारी बारी से दुष्कर्म करें, नहीं तो वह मर जाएगी। अंत में उस लड़की की मौत हो जाती है। ऐसी ही बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के साथ खौफनाक वारदात को इस फिल्म के माध्यम से दिखाया गया है।
यह भी पढ़ें- बांग्लादेश के खिलाफ काशी में विरोध-प्रदर्शन, महिलाओं ने कहा, खूनी हिंसा और सामूहिक बलात्कार यही जिहादियों का चरित्र
राेहिंग्या शरणार्थियों की दरिंदगी पर बनी फिल्म
फिल्म में इसके अलावा म्यामार से आए राेहिंग्या शरणार्थियों और बंगलादेश से आए अवैध घुसपैठियों की पृष्ठभूमि के बारे में भी बताया गया है। यह फिल्म पश्चिम बंगाल में जीवन की एक जीवंत तस्वीर को पेश करती है। इस क्षेत्र की परंपराओं को आधुनिक चुनौतियों और लव जिहाद के साथ जोड़ा गया है। वहीं, जगद्गुरु का कहना है, कि इस फिल्म को ज्यादा से ज्यादा लोग देखें कि कैसे हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा, कि हिंदूओं को जागृत करने के लिए अभियान चलाएंगे।