Lucknow News- उत्तर प्रदेश में 2020 में गैरकानूनी धर्म परिवर्तन को लेकर कानून लागू हो चुका है, लेकिन ऐसे मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। कानून लागू होने के बाद से 31 जुलाई 2024 तक राज्य में 835 मामले सामने आए हैं। इन मामलों में 1682 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सबसे अधिक कार्रवाई गाजियाबाद, अंबेडकरनगर, भदोही, सहारनपुर और शाहजहांपुर में की गई है।
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98 फीसदी मामलों में आरोप पत्र दायर
वहीं, ऐसे मामलों में डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है, कि पुलिस अधिकारियों को सबूतों के आधार पर कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया गया है। धर्मांतरण कराने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, कि अभी तक लगभग 98 फीसदी मामलों में आरोप पत्र दायर किया है। 2 फीसदी में से 17 मामलों की अभी भी जांच चल रही है।
835 मामलों में 2700 से 124 निर्दोष लोगों को छोड़ा गया
डीजीपी ने बताया, कि 835 मामलों में 2708 लोगों को नामित किया गया था। इन मामलों में 124 लोगों की भूमिका नहीं पाई गई, उनको छोड़ दिया गया। 70 अन्य लोगों ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने कहा, हम यह भी सुनिश्चित करते हैं, कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को पुलिस द्वारा परेशान न किया जाए।
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संपत्तियों को कुर्क किया जा रहा है
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया, कि कई मामलों की सुनवाई चल रही है। सख्ती से निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया, कि पुलिस ने सीतापुर निवासी जुबराइल की संपत्तियों को भी कुर्क किया था। इस मामले का आरोपी फरार चल रहा है। उधर, अमरोहा में एक अफजल नाम के शख्स को पांच साल की सजा और 40 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया।