Kanpur News- अभी हाल ही में पुलिस ने यूपी के कानपुर से दो बांग्लादेशी युवतियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर इन बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चला कर जांच करने की मांग की थी। जिसके बाद पुलिस ने बांग्लादेशियों की तलाश करनी शुरू कर दी है। 181 परिवारों के दस्तावेजों की जांच की गई। बता दें, कि पुलिस को सूचना मिली थी, कि यहां बनी बस्तियों में बांग्लादेश के लोग अपनी पहचान छुपाकर रह रहे हैं।
यह भी पढ़ें- अलीगढ़ जिले में 94 मदरसों पर लगेगा ताला, पंजीकरण न होने के चलते योगी सरकार ने लिया निर्णय
दूसरे राज्यों से बने मिले आधार कार्ड
उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य में पहचान छुपा कर रहने वाले बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। इसी सिलसिले में आज कानपुर जिले में अभियान चलाया गया। बता दें, कि कुछ दिन पहले 2 बांग्लादेशी लड़कियों को पकड़ा गया था। ऐसे में बेकनगंज थाना पुलिस टीम और एलआईयू द्वारा सड़क किनारे बस्तियां बना कर रहने वाले लोगों से उनके दस्तावेजों की जांच की गई। जाचं के दौरान पाया गया, कि यहां पर रहने वाले 90 प्रतिशत लोगों के पास दूसरे जिले झारखंड से बने आधार कार्ड हैं। इसी तरह कई परिवारों के पास यूपी के अलग-अलग शहरों के दस्तावेज थे।
यह भी पढ़ें- बरेली में गरीब हिन्दू परिवारों का मतांतरण कराता था पादरी ईश्वर पी., विहिप की पहल पर पुलिस ने किया गिरफ्तार!
आधार कार्ड का होगा सत्यापन
थाना प्रभारी मतीन खान का कहना है, कि सभी दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। दस्तावेजों का सत्यापन कराने के लिए संबंधित राज्यों की पुलिस से संपर्क किया गया है। उनका कहना है, कि 30 से अधिक परिवार ऐसे हैं, जिन पर पुलिस को गहरा शक है। सत्यापन होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।